आउटसोर्सिंग से काम कराने का विराध बोधगया. बोधगया नगर पर्षद के 16 वार्डों में आउटसोर्सिंग के तहत काम कराने के खिलाफ नगर पर्षद के अधीन काम करने वाले सफाईकर्मियों ने मोर्चा खोलते हुए काम बंद कर दिया. सोमवार को सफाई कर्मियों ने विभिन्न स्थानों पर कचरे का उठाव व साफ-सफाई को रोकते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी. सभी सफाईकर्मी नगर पर्षद कार्यालय के बाहर जुट गये व काम बंद करने का ऐलान कर दिया. सफाईकर्मियों का कहना था कि किसी निजी एजेंसी के अंदर काम नहीं करेंगे. नगर पर्षद के अंतर्गत ही कामकाज करेंगे. इसके लिए बिहार लोकल बॉडीज इंप्लाइज फेडरेशनल, बोधगया के सचिव रामबलि मांझी ने आउटसोर्सिंग नीति के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना देने को लेकर नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र दिया व कहा कि पूर्व में लिये गये निर्णयों को नगर पर्षद लागू करे. आउटसोर्सिंग के अंदर सफाईकर्मी काम करने को तैयार नहीं हैं. दिनभर इस मसले पर नगर पर्षद कार्यालय के बाहर फेडरेशन के पदाधिकारी व नगर पर्षद के पदाधिकारियों के बीच वार्ता होती रही. अंत में शाम को नगर पर्षद कार्यालय के हवाले से जानकारी दी गयी कि दोनों पक्षों में समझौता होने के बाद फिलहाल आउटसोर्सिंग के माध्यम से काम कराने के निर्णय को स्थगित किया जाता है. क्या कहते हैं अफसर नगर पर्षद के प्रधान सहायक ने बताया कि समझौते के बाद सफाईकर्मी काम पर लौट आये हैं. उल्लेखनीय है कि अब बोधगया का पर्यटन सीजन शुरू हो चुका है. फिलहाल, कांवरियों का आनाजाना हो रहा है व कुछ ही दिनों में श्रीलंका के श्रद्धालुओं के साथ-साथ अन्य देशों के श्रद्धालु भी बोधगया पहुंचने लगेंगे. ऐसे में शहर को साफ-सुथरा रखना नगर पर्षद का पहला दायित्व भी है.
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