राउरकेला, दक्षिण-पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर व मनोहरपुर के बीच पोटाबेड़ा में हावड़ा-मुंबई मेल दुर्घटनाग्रस्त होने से राउरकेला के यात्री अजित सामल की माैत हो गयी है.जिससे बेटे की वापसी की राह देख रही मां का संसार उजड़ गया है. वहीं उनकी पत्नी की मांग का सिंदूर भी मिट गया है. जिससे उनके परिवार में मातम का माहौल है तथा परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. उन्हें ढांढ़स बंधाने पहुंचे उनके परिजन, पड़ोसी भी अपने आंसू रोक नहीं पा रहे हैं.
टाटानगर जाने की बात कहकर घर से निकला था अजित
जानकारी के अनुसार मालगोदाम सरदार बस्ती का अजित सामल ठेकेदारी का काम करते थे. उनकी मां शांतिलता सामल ने बताया कि वह सोमवार को टाटानगर जाने की बात कहकर घर से निकला था. लेकिन मंगलवार की सुबह आठ बजे उन्हें पता चला कि उनका बेटा नहीं रहा. मुंबई मेल ट्रेन दुर्घटना में उसकी मौत हो चुकी है. इसके बाद से रो-रोकर उनका बुरा हाल है.मृतक सामल के पिता रहते हैं बीमार, बड़ा भाई है लकवाग्रस्त
शांतिलता सामल ने बताया कि अजित के पिता बीमार रहते हैं, बड़ा भाई लकवा का शिकार है. जिससे पूरे घर की जिम्मेदारी उसके ऊपर थी. उसके बड़े भाई के दो बच्चे हैं तथा उसकी भी दो संतानें हैं. लेकिन इस हादसे में उसकी मौत ने जहां उनके लाड़ले को उनसे छीन लिया है. अब उनके परिवार का सहारा कौन बनेगा, यह सोच-सोचकर ही उनकी रूह कांप जा रही है.मेरा सुहाग उजड़ गया, सरकार न्याय करे
वहीं दिवंगत अजित सामल की पत्नी ने बताया कि इस ट्रेन दुर्घटना ने उनकी पति को छीन लिया है. उनका बड़ा भाई लकवा का शिकार है. उनके पिता की भी मानसिक हालत ठीक नहीं है. मेरा संसार उजड़ गया है. मेरे दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. उनकी देखभाल कौन करेगा. इस दुर्घटना ने मेरे पति को छीन लिया है, मेरा सुहाग उजड़ गया है. जिससे मेरी सरकार से अपील है कि वे हमारे साथ न्याय करे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है