Delhi Coaching Death : दिल्ली के कोचिंग सेंटर में तीन स्टूडेंट की मौत मामले में सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने सरकार के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और नगर निगम के अधिकारियों को नोटिस जारी किया. कोर्ट ने सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की कि आप बहुमंजिला इमारतों को मंजूरी दे रहे हैं, लेकिन ढंग के नाले नहीं बन रहे हैं, जिसकी वजह से तीन स्टूडेंट को अपनी जान गंवानी पड़ी.
कर वसूलने की बजाय सौगात बांट रहे
दिल्ली हाई कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि आप मुफ्तखोरी की संस्कृति को बढ़ा रहे हैं, आप कर नहीं वसूलना चाहते और मुफ्त की सौगातें बांट रहे हैं, इसलिए ऐसा तो होना ही है. कोर्ट ने अधिकारियों पर तंज कसते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे का निर्माण करने की जरूरत है, लेकिन एमसीडी दिवालिया हो गया है और अपने कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पा रहा है. हाईकोर्ट ने कहा कि पुलिस अजीब जांच कर रही है. कार चालक के खिलाफ कार्रवाई हो रही है, लेकिन एमसीडी अधिकारियों के खिलाफ कोई जांच नहीं हो रही है. हाईकोर्ट ने अपनी टिप्पणियों से जैसे संकेत दिए हैं संभवत: कोचिंग सेंटर में सिविल सेवा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों की मौत मामले की जांच किसी केंद्रीय एजेंसी को सौंपी जा सकती है.
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बिहार की युवती की भी हुई मौत
हाईकोर्ट ने एमसीडी आयुक्त, पुलिस उपायुक्त और जांच अधिकारी को शुक्रवार को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया है साथ ही अधिकारियों को यह आदेश भी दिया है कि वे राजेंद्र नगर इलाके में सभी नालों के ऊपर किए गए सभी अवैध निर्माण को शुक्रवार तक हटावा दें. 27 जुलाई को दिल्ली में हुई भारी बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में सिविल सेवा की तैयारी कर रहे तीन स्टूडेंट की मौत बेसमेंट में पानी भर जाने की वजह से हुई थी. इन तीन अभ्यर्थियों में से एक बिहार की युवती थी.