सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण स्थानीय निकाय के नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग गुरुवार से सिकंदरपुर स्थित डीआरसीसी में शुरू होगी. इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गयी है. डीइओ अजय कुमार सिंह ने बुधवार को काउंसलिंग स्थल की तैयारियाें का जायजा लिया.
डीइओ ने बताया कि पहले 25 काउंटर का निर्धारण किया गया था, लेकिन 30 जुलाई को काउंसलिंग को लेकर हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में पटना के एसपीडी ने निर्देश दिया कि काउंसलिंग के लिए पांच ही काउंटर बनाये जाएंगे. इस आदेश के बाद काउंटर की संख्या घटाकर पांच कर दी गयी है. सभी काउंटर पर कार्यालय लिपिक, डाटा इंट्री ऑपरेटर और सत्यापन कार्य को लेकर प्रखंड स्तरीय कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की है.
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एक से शुरू होकर छह अगस्त तक सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण 8156 नियाेजित शिक्षकाें की काउंसलिंग होनी है. पहले दिन एक अगस्त काे माध्यमिक स्कूलाें के लाइब्रेरियन और प्लस 2 के सभी विषयाें के कुल 401 शिक्षकाें की काउंसलिंग की जाएगी. दो अगस्त काे माध्यमिक स्कूल के 798 शिक्षकाें, तीन अगस्त काे छठी से 8वीं कक्षा के लिए 521 शिक्षकाें की काउंसलिंग की जाएगी.
पांच अगस्त काे पहली से पांचवीं तक के उर्दू व बंगला के शिक्षकाें के साथ कक्षा 6 से 8वीं के 825 फिजिकल शिक्षकों को बुलाया गया है. छह अगस्त काे काउंसलिंग के अंतिम दिन सबसे अधिक पहली से पांचवीं तक के 5611 शिक्षकाें की काउंसलिंग की जाएगी.
स्लॉट के अनुसार ही आएंगे शिक्षक
डीइओ अजय कुमार सिंह ने बताया कि राज्य निदेशालय की ओर से दिए गए निर्देश के अनुसार शिक्षकों को निर्धारित स्लॉट में ही काउंसलिंग के लिए पहुंचना है. शिक्षा विभाग के वेबसाइट पर अपना आवेदन संख्या डालकर स्लॉट की टाइमिंग देख सकते हैं.
सभी काउंटर पर टाइम स्लॉट के अनुसार अभ्यर्थियों की सूची भी प्रदर्शित रहेगी. डीइओ ने बताया कि निदेशालय की ओर से कहा गया था कि सूची एक दिन पहले जिला को भेजी जाएगी, लेकिन बुधवार की शाम तक सूची नहीं भेजी गयी है. ऐसे में गुरुवार को सुबह में सूची काउंटर पर प्रदर्शित की जाएगी.
डाटा इंट्री करेंगे प्रमाणपत्रों का मिलान
काउंसलिंग को लेकर जारी दिशानिर्देश के अनुसार विभिन्न काउंटरों पर प्रतिनियुक्त डाटा इंट्री ऑपरेटर निर्धारित काउंटर पर शिक्षकों की काउंसलिंग करेंगे साथ ही प्रमाणपत्रों का मिलान भी करेंगे. बीपीएम को जिम्मा दिया गया है कि वे काउंसलिंग के दौरान शिक्षकों के मूल प्रमाणपत्रों को प्राप्त कर उपस्थित लिपिक की निगरानी में पोर्टल पर अपलोड किए गये प्रमाणपत्रों से करेंगे.
लिपिक को कहा गया है कि वे काउंसलिंग के दौरान अभ्यर्थियों से प्रमाणपत्र दो प्रतियों में प्राप्त करेंगे. इसमें से एक प्रति संबंधित अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराते हुए एक प्रति कार्यालय में संरक्षित रखेंगे. सभी काउंटर पर अभिलेखों को सुरक्षित रखने की जिम्मेवारी लिपिक की ही होगी.