Odisha Politics: BJD की ममता मोहंता ने राज्य सभा की सदस्यता से जैसे ही इस्तीफा दिया, सभापति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया. इसकी जानकारी राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान धनखड़ ने दी. मोहंता के इस्तीफे के बाद ओडिशा में एक बार फिर से सियासी हलचल तेज हो गई है. उनके इस्तीफे की असली वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है. लेकिन ममता के इस्तीफा देने से बीजेपी को बड़ा फायदा होने वाला है.
Odisha Politics: कौन हैं ममता मोहंता
ममता मोहंता अप्रैल 2020 को राज्यसभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुई थीं. वह महिलाओं को शक्तियां प्रदान करने संबंधी समिति और ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति की सदस्य थीं. मोहंता सामाजिक न्याय और अधिकारिता संबंधी संसद की समिति की भी सदस्य थीं.
ममता के इस्तीफा देने से बीजेपी को क्या लाभ?
लोकसभा चुनाव 2024 में ओडिशा में बड़ी जीत के बाद विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया और नवीन युग की समाप्ति कर सत्ता पर कब्जा कर लिया. लोकसभा में बीजेपी अपने सहयोगी दलों के साथ बहुमत में है. लेकिन बीजेपी राज्य सभा में बहुमत के आंकड़ों से दूर है. वैसे में बीजेपी ओडिशा के सहारे राज्यसभा में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहेगी. अब समझिए ममता के इस्तीफा देने से बीजेपी को क्या फायदा होगा. दरअसल ममता के इस्तीफा देने के बाद ओडिशा में राज्यसभा चुनाव होगा, जिसके में संख्या के आधार पर बीजेपी के पास सीट जाएगी. ओडिशा में फिलहाल 10 राज्यसभा सीटों में 9 बीजेडी और केवल एक बीजेपी के पास है.
बीजेपी में शामिल हो सकती हैं ममता
ममता मोहंता के राज्यसभा से इस्तीफा देने की असली वजह तो सामने नहीं आई है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि वो बीजेपी में शामिल हो सकती हैं. मोहंता का कार्यकाल 2026 में समाप्त हो रहा था, लेकिन दो साल पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया.
राज्यसभा में क्या है सीटों का आंकड़ा
राज्यसभा में कुल 245 सीटें हैं. जिसमें मौजूदा संख्या 225 है. बहुमत का आंकड़ा 113 है. बीजेपी के पास केवल 86 सांसद हैं. जबकि सहयोगी दलों को मिलाकर संख्या 101 है. वैसे में बीजेपी ओडिशा के सहारे अपनी संख्या बढ़ाने की कोशिश करेगी.