गोह. हसपुरा प्रखंड के माली रजवाहा नहर लाइन में पानी नहीं छोड़े जाने से नाराज मनपुरा गांव के ग्रामीणों ने बुधवार को नहर पुल के समीप प्रदर्शन किया. प्रदर्शन का नेतृत्व किसान मनोज शर्मा ने किया. प्रदर्शन में शामिल किसान शैलेश कुमार, डब्लू सिंह, भागवत यादव, अमरेंद्र शर्मा, बद्री यादव, वीरेंद्र प्रजापत, राजेंद्र पंडित, बिंदा यादव, लोहा सिंह, सुखदेव भगत, रामविलाश यादव, राजू राम, नवल सिंह, विजय शर्मा, बलिराम शर्मा, वीरेंद्र शर्मा, राजेंद्र मालाकार, प्रमोद शर्मा आदि किसानों का कहना था कि जल्द नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया, तो किसान प्रखंड मुख्यालय में सड़क पर उतरकर धरना-प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे. किसानों का कहना था कि जुलाई में अच्छी बारिश होती है. किसान धान की रोपनी बारिश के पानी से करते हैं, लेकिन इस साल बारिश धोखा दे गयी. तेज धूप व पुरवा हवा के कारण उमसभरी गर्मी से लोग बेहाल हैं. जून में बारिश होने के कारण 15 प्रतिशत किसानों ने धान की रोपनी की थी, लेकिन जुलाई में सूखा जैसा माहौल हो गया है. आसमान में बादल होने के बाद भी बारिश नहीं हो रही है. कुछ खेत में रोपनी भी हुई है. उस खेत में दिन में तेज धूप के कारण पानी खौलने लगता है, जिससे धान की रोपी गयी फसल प्रभावित हो रही है. गर्मी में इजाफा होने से शहर व गांव में बिजली कटौती भी अधिक हो रही है. वोल्टेज लो होने से खेत के मोटर भी नहीं चल पा रहे है, जिससे मोटर के भरोसे भी खेती करना मुश्किल है. एक सहारा नहर बचा है, लेकिन इसमें भी अभी तक पानी नहीं छोड़ा गया. कई बार किसानों ने संबंधित सिंचाई विभाग के अधिकारियों से पानी छोड़ने का आग्रह किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अंतत: नाराज होकर किसानों को प्रदर्शन करने पर बाध्य होना पड़ा. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे श्री शर्मा ने बताया कि मॉनसून की बेरुखी व सिंचाई विभाग की लापरवाही से किसानों के सैकड़ों एकड़ भूमि में अब तक धान की रोपनी नहीं हो पायी है. दो-चार दिनों में नहर में पानी नहीं छोड़ा गया तो किसान प्रखंड मुख्यालय के साथ जिला समाहरणालय का घेराव करेंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है