चंद्रमंडीह. थाना क्षेत्र अंतर्गत रामसिंहडीह पंचायत के लक्ष्मीपुर गांव स्थित धमनियां आहार के बगल में स्थित एक गहरे गड्ढे में डूबने से दो बालक की मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार लक्ष्मीपुर गांव निवासी मुंशी दास के 11 वर्षीय पुत्र तुलसी कुमार उर्फ छोटू, कारू टुडू के 9 वर्षीय नाती विकास मरांडी बुधवार दोपहर गांव स्थित गड्ढे में स्नान करने गया था. तभी अचानक गहरे पानी में जाने से दोनों डूब गये और उनकी मौत हो गयी. घटना की जानकारी लोगों को तब मिली जब शाम में किसी व्यक्ति की नज़र उधर से गुजरते समय पानी में शव पर पड़ी. इसके बाद उन्होंने मामले की जानकारी ग्रामीणों को दी. सूचना मिलने के बाद ग्रामीण वहां जुटे और दोनों शव को पानी से बाहर निकाला गया. ग्रामीणों ने बताया कि विकास अपने मामा के घर में रहता था. उसका पैतृक घर चकाई प्रखंड के ही चिहरा गांव में है. दोनों ही मृतकों का परिवार काफी गरीब है. मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण होता है. घटना से दोनों ही मृतक के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था.
बच्चों को स्नान के लिए नहीं भेजें घर से बाहर
सोनो. बरसात आते ही प्रखंड क्षेत्र में बच्चों के डूबने की घटना बढ़ गयी है. आहर व नदी में नहाने के दौरान पानी में डूबकर नौनिहालों की जान जा रही है. ऐसे में प्रभात खबर ने अभिभावकों से अपील की है कि अभिभावक अपने बच्चों के क्रिया कलापों पर नजर बनाये रखें और स्नान के लिए घर से बाहर न भेजें. खासकर नदी, तालाब, पोखर या बड़े गड्ढे जिसमें पानी जमा हो, उससे उन्हें दूर रखें. खासकर ग्रामीण क्षेत्र में बच्चे जब स्कूल या खेलने जाएं तो उनके क्रियाकलापों पर हर संभव नजर रखें. खेलने के लिए भी उन्हें घर से दूर न भेजें. दरअसल हाल की घटनाओं से अभिभावक चिंतित है.विदित हो कि मंगलवार को ही प्रखंड के दो अलग अलग जगहों पर आहर व नदी के पानी में स्नान के दौरान डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गयी. मंगलवार की दोपहर महेश्वरी पंचायत के बोथा गांव में मदरसा से पढ़ाई कर घर लौट रहे एक बच्चे और एक बच्ची की मौत आहर के पानी में डूबने से हो गयी थी. मृतक बोथा गांव निवासी कुद्दुस मियां की पुत्री सकीना खातून (10) और इसी गांव के निवासी शहादत मियां का पुत्र अरशद अंसारी (9) था. दोनों बच्चे समीप के गांव मुसहराटांड़ के मदरसा से पढ़कर वापस बोथा स्थित अपने घर आ रहे थे, तभी कब्रिस्तान आहर के समीप पगडंडी पर पैर फिसलने से अरशद आहर के पानी में जा गिरा. डूब रहे अरशद को बचाने के लिए सकीना आहर में उतरी, लेकिन वह भी निकल नहीं सकी और दोनों पानी में डूब गए. घटना के बाद परिवार सदस्यों के चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया. मर्माहत ग्रामीण घटना से स्तब्ध थे.
वहीं दूसरी घटना केशो फरका पंचायत के घुटवे गांव की है जहां मंगलवार की शाम उत्क्रमित मध्य विद्यालय से पढ़कर घर लौट रहा वर्ग चार का छात्र घुटवे निवासी सुधांशु कुमार (10) गांव के समीप उमतहवा जोरिया में बने चेक डैम के पानी में अपने सहपाठी दोस्तों के साथ स्नान करने लगा. इस क्रम में बाकी बच्चे तो निकल गए लेकिन सुधांशु की डूबने से मौत हो गयी. माता-पिता के क्रंदन ने लोगों की आंखें नम कर दी. दो वर्षों में प्रखंड क्षेत्र में ऐसी कई घटनाएं घटी. बरनार नदी से बालू उठाव के बाद बने बड़े-बड़े तालाबनुमा गड्ढे में जमे पानी ने भी कई बच्चों का जीवन लील लिया. बीते डेढ़ वर्षों में प्रखंड मुख्यालय सोनो स्थित बरनार नदी के इस घाट में ऐसे ही तालाबनुमा गड्ढे के पानी में स्नान के दौरान डूबने से 15 वर्षीय प्रत्युष मिश्रा और सोनो निवासी छोटू कुमार राय की मृत्यु हो गयी थी. इन तमाम घटनाओं को देखते हुए प्रभात खबर ने अभिभावकों से अपने बच्चों के प्रति सतर्क रहने और नदी तालाब से दूर रखने की अपील की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है