बेलहर. थाना क्षेत्र अंतर्गत चिरौता गांव के अपराधी रवि चौधरी को जमुई पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जमुई जिला के झाझा, लक्ष्मीपुर, गिद्धौर आदि सीमावर्ती थाना क्षेत्र में अपहरण की बढ़ती घटना को लेकर रवि चौधरी की गिरफ्तारी के लिए जमुई पुलिस कुछ दिनों से सक्रिय थी. जिसमें जमुई पुलिस को सफलता मिली है. रवि चौधरी बेलहर थाना क्षेत्र के लौढ़िया पंचायत के तत्कालीन मुखिया प्रहलाद साह की हत्या के बाद काफी चर्चा में आया था. मुखिया की हत्या में शूटर रवि चौधरी ही था. इस मामले में बेलहर पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया था. इसके अलावा थाना क्षेत्र में सड़क निर्माण कंपनी एवं पुल निर्माण कंपनी से नक्सली के नाम पर लेवी मांगने के मामले, हत्या, रोड रोबरी, अपहरण आदि के कई मामले दर्ज हैं. वहीं इस पर झारखंड के भी कई थानों में लूट, हत्या, लेवी मांगने आदि के मामले दर्ज हैं. जिसमें झारखंड पुलिस भी इसे कई बार गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं जमुई में भी पूर्व में कई बार गिरफ्तार हो चुका है. हालांकि इसकी गिरफ्तारी की पुष्टि न तो बेलहर पुलिस और ना ही झाझा पुलिस कर रही है. सूत्रों के अनुसार, पुलिस इसे गिरफ्तार कर कई आपराधिक घटना को सुलझाने के लिए किसी अज्ञात स्थान पर रखकर गहन पूछताछ कर रही है.
पटना के रेड वेलवेट होटल में हुई थी अपहरण की साजिश
जमुई.हनी ट्रैप में फंसा कर दो व्यवसायियों के अपहरण मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. चर्चा है कि पुलिस ने इस मामले के मास्टरमाइंड रवि चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है. बताते चलें कि रवि चौधरी बांका जिले का रहने वाला है तथा उसका नेटवर्क पूरे बिहार में फैला हुआ है. वह लगातार अपहरण की घटनाओं को अंजाम देता रहा है. झाझा अपहरण मामले में भी उसकी संलिप्तता सामने आयी है, ऐसी चर्चा है कि पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है.सूत्रों की मानें कि रवि चौधरी ही इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड था. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह जमुई जिले के झाझा थाना क्षेत्र अंतर्गत मछिंद्रा जखराज बाबा मंदिर के पास से दो व्यवसायियों काे हनी ट्रैप के माध्यम से फंसा कर अपहरण का प्रयास किया गया था. जमुई के नीमा रंग निवासी अभिमन्यु कुमार और बरहट प्रखंड अंतर्गत बालवाड़ीह गांव निवासी राहुल कुमार उर्फ चंदन मिश्रा का अपराधियों ने अपहरण करने का प्रयास किया था. 22 जुलाई को एक महिला ने उनको फोन कर पहले मिलने के लिए मछिंद्रा जाखराज बाबा मंदिर के पास बुलाया था. वहां पहले से घात लगाये शातिर अपराधी धर्मा पासवान ने हथियार के बल पर उन्हें अगवा कर लिया था. हालांकि जब अपराधी उन्हें लेकर जा रहे थे, उस दौरान कुछ ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया तथा दोनों अपहर्ताओं को पकड़कर उनकी जमकर पिटाई की और उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया था. इस मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. धर्मा पासवान और उसके एक अन्य सहयोगी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है और अब ऐसी चर्चा है कि पुलिस ने इस मामले में रवि चौधरी को भी गिरफ्तार कर लिया है.
पटना के रेड वेलवेट होटल में रची गयी थी अपहरण की पूरी साजिश
बताया जाता है कि रवि चौधरी ने ही धर्मा पासवान को इन दोनों व्यवसायियों के बारे में बताया था पटना के रेड वेलवेट होटल में इस अपहरण की पूरी साजिश रची गयी थी. गौरतलब है कि रवि चौधरी इससे पहले वर्ष 2022 में भी अपहरण के मामले में जेल जा चुका है तथा उसे जमुई से ही गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेजा था. जेल से निकलने के बाद वह एक बार फिर से वह अपहर्ता का सक्रिय रूप से संचालन कर रहा था. रवि चौधरी ने ही दोनों व्यवसायियों काे टारगेट सेट किया था और फिर पटना में मीटिंग कर अपहरण की पूरी साजिश रची थी. किस तरीके से उन्हें बुलाना है और उन्हें अपहरण कर कहां रखना है, इन सब की भी जानकारी रवि चौधरी के द्वारा ही दी गयी थी. बहरहाल रवि चौधरी की गिरफ्तारी की इलाके में चर्चा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है