खान एवं भू-तत्व विभाग ने बालू और स्टोन चिप्स की अवैध ढुलाई के बढ़ते मामलों को देखते हुए नयी व्यवस्था को प्रभावी करने के निर्देश जारी किये संवाददाता, पटना अवैध खनन मामले में पकड़े गये वाहनों सहित उस पर लदे बालू और स्टोन चिप्स की देखरेख की जिम्मेदारी अब स्थानीय थानों को दी गयी है. पहले यह जिम्मेदारी जिलों के खनिज विकास पदाधिकारी की होती थी. खान एवं भू-तत्व विभाग ने बालू और स्टोन चिप्स की अवैध ढुलाई के बढ़ते मामलों को देखते हुए नयी व्यवस्था को प्रभावी करने के निर्देश जारी किये हैं. पिछले दिनों उपमुख्यमंत्री सह खान एवं भूतत्व विभाग के मंत्री विजय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक हुई थी. इसमें जिलों के खनिज विकास पदाधिकारियों से कार्य के दौरान आने वाली परेशानियों की जानकारी ली गयी. इसमें यह जानकारी भी सामने आयी थी कि जब्त वाहनों के रखरखाव में समस्या आ रही है. बैठक में उपस्थित खनिज विकास पदाधिकारियों ने जानकारी दी कि औचक निरीक्षक के दौरान खनिज लदे वाहन पकड़े जाने पर उन्हें थाने तक लाने में काफी समस्या का सामना करना होता है. साथ ही पकड़े गये बालू और स्टोन चिप्स की सुरक्षा को लेकर भी परेशानी सामने आती है. समस्या को गंभीर मानते हुए उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने निर्देश दिये कि औचक निरीक्षण के दौरान जिले की स्थानीय पुलिस बल की टीम खनिज विकास पदाधिकारियों के साथ रहेगी. वाहनों की औचक जांच में गड़बड़ी पाये जाने पर वाहन और बालू व स्टोन चिप्स जब्त होने की अवस्था में जब्त वाहन और ऐसे खनिज पदार्थों को थाने तक लाने और उन्हें सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी अब खनिज विकास पदाधिकारी की नहीं, बल्कि थानों की होगी. मंत्री के आदेश के बाद विभाग की ओर से सभी जिलों के डीएम और एसपी को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किये गये हैं. इसमें कहा गया है कि जब्त वाहन व उन पर लदे खनिज को थाने में रखने की व्यवस्था की जाये और थाने ही उसकी सुरक्षा करेंगे.
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