सुलतानगंज. पीएचइडी विभाग के निःशुल्क शौचालय में शुल्क लेने का मामला प्रकाश में आया है. नमामि गंगे घाट समीप बने शौचालय में कांवरियों से 10 रुपये शौचालय शुल्क लेने पर कांवरिया ने विरोध किया. निःशुल्क लिखे रहने के बावजूद पैसा मांगने पर बुधवार सुबह झारखंड, मधुपुर के एक कांवरिया उमेश गोस्वामी से बहस होने लगी. कांवरिया ने पैसा लेने का विरोध किया. कांवरिया ने बताया कि शौचालय के बाहर निशुल्क सेवा लिखा है, लेकिन जब शौचालय से बाहर निकले, तो 10 रुपये की मांग की. नहीं देने पर हाथ धोने नहीं दिया. एक कांवरिया ने बताया कि टॉयलेट का पांच रुपये शुल्क लिया. नही देने पर टॉयलेट करने से मना कर दिया. पैसा देकर टॉयलेट गये, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ है. हालांकि वायरल वीडियो की पुष्टि प्रभात खबर नही करता है. कार्यरत कर्मी ने बताया कि कांवरिया से पैसा नही लिया जाता है. सफाई के नाम पर कांवरिया स्वेच्छा से पैसे देते हैं. स्थानीय दुकानदारों की मानें तो पैसे उगाही के लिए शौचालय में बच्चों को रखा जाता है, जो कांवरियों से पैसे की मांग करते हैं. पीएचइडी विभाग के एसडीओ प्रवीण कुमार ने बताया कि पैसा लेने का कोई प्रावधान नहीं है. शौचालय निःशुल्क है, इसकी जांच की जायेगी
.54 फीट का कांवर लेकर 500 कांवरिया गये बाबाधाम
पटना सिटी के कांवरियों का दूसरा जत्थे 54 फीट कांवर लेकर बाबाधाम रवाना हुआ. ढ़ोल, मंजीरा की थाप पर बाबा की भक्ति में झूमते नाचते कांंविरया बाबा धाम रवाना हुए. 500 कांवरिया के जत्था में 50 से अधिक महिला कांवरिया शामिल थी. बुधवार सुबह कांवर को तैयार कर कांवरिया गंगाजल भर कर बाबा धाम रवाना हुए. श्रीश्री विशाल शिवधारी कांवर संघ पटना सिटी के अध्यक्ष विनोद बाबा ने कहा कि 2008 से लगातार आ रहे हैं. कांवर का वजन लगभग 300 किलो है. पटना सिटी से कांवर को वाहन से सुलतानगंज लाया गया. यहां कांवर को तैयार कर आकर्षक कांवर को कंधा देने के लिए कांवरिया आतुर दिखे. कांवर को कंधा देने वाले टेंशन मुक्त रहते हैं. कांवरिया बाबाधाम शुक्रवार को पहुंचेगे. कांवर में भगवान शिव, मैया पार्वती, गणेश, बजरंगबली की मूर्ति है. कांवर में सभी कांवरिया का जलपात्र है. एक साथ नौ कांवरिया बारी-बारी से कंधा देकर चल रहे थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है