Bihar Coaching: पटना. शिक्षा विभाग ने भी कोचिंग संस्थानों पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है. पटना के डीइओ संजय कुमार ने बताया कि भवन के बेसमेंट व गैरेज में कोचिंग संचालित करने पर रोक लगा दी गयी है. वर्तमान में पटना जिले में 515 कोचिंग संस्थान रजिस्टर्ड है. 1100 कोचिंग संचालकों ने रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन दिया है. आवेदन के आधार पर सभी कोचिंग संस्थानों की जांच की जायेगी. डीइओ संजय कुमार ने कहा कि जिले में बहुत सारे कोचिंग संस्थान बिना रजिस्ट्रेशन के चले रहे हैं, जो सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं करते है. अब वही कोचिंग संस्थान संचालित होंगे, जिन्होंने जिला शिक्षा कार्यालय से रजिस्ट्रेशन कराया है. बिना रजिस्ट्रेशन वाले कोई कोचिंग संस्थान संचालित नहीं होंगे.
कमियां दूर नहीं हुई, तो होगी कार्रवाई
इधर, डीएम डॉ चंदशेखर सिंह ने कोचिंग संस्थानों के संचालकों के साथ बैठक की है. इसमें एसएसपी राजीव मिशरा, नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर समेत सभी एसडीओ, डीइओ, सभी नगर कार्यपालक पदाधिकारी व अन्य भी उपस्थित थे. इस बैठक में 50 से अधिक कोचिंग संचालक भी पहुंचे थे. वहीं, खान सर की जगह उनके प्रतिनिधि बैठक में शामिल हुए. डीएम ने कहा कि कोचिंग के संचालन में सुरक्षा मानकों का पालन जरूरी है, उन्होंने एक महीने में सारी कमियों को दूर करने का निर्दश दिया. उन्होंने कहा कि अगर समय सीमा के अंदर सारी कमियां दूर नहीं हुई, तो आगे कार्रवाई की जायेगी.
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कोचिंग विलेज व सिटी निर्माण का सुझाव
डीएम ने कहा कि पटना शहर का विस्तार हो रहा है. कोचिंग संचालकों को भी लांग टर्म प्लान करना चाहिए. भीड़-भाड़ वाले स्थानों से अलग आधुनिक मानकों के अनुसार कोचिंग सिटी/कोचिंग विलेज का निर्माण करना चाहिए. वहीं कोचिंग संचालकों ने बियाडा से जमीन देने और कोचिंग संस्थानों को उद्योग का दर्जा देने की मांग की. साथ ही कोचिंग संस्थाओं के निबंधन संबंधी शिकायत पर डीएम ने डीइओ को निर्देश दिया गया है कि कोचिंग संस्थानों के निबंधन के लंबित आवेदनों को दो सप्ताह में निष्पादित कर फ्रेश आवेदनों को तय समय सीमा में निष्पादित किया जाये. कोचिंग संस्थानों ने कहा कि वर्षों से रजिस्ट्रेशन के आवेदन लंबित है.