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Interest Rate: पंजाब नेशनल बैंक का लोन हुआ महंगा, ब्याज दर में 0.05% बढ़ोतरी

Interest Rate: एमसीएलआर का फुल फॉर्म मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट है. इसके आधार पर देश के बैंक अपनी न्यूनतम ब्याज दर को फंड की लागत, परिचालन लागत और लाभ मार्जिन के आधार पर निर्धारित करता है. बैंक होम लोन सहित दूसरे लोन पर ब्याज दर की गणना करने के लिए एमसीएलआर का इस्तेमाल करते हैं.

Interest Rate: देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने गुरुवार 1 अगस्त को सभी प्रकार के कर्ज को महंगा कर दिया है. उसने लोन की ब्याज दर में करीब 0.05 फीसदी या 5 बेसिस प्वाइंट बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. बैंक की ओर से उठाए गए इस कदम के बाद आम आदमी के लिए पर्सनल लोन, होम लोन, कार लोन आदि महंगे हो गए. अब ग्राहकों को लोन पर अधिक ब्याज का भुगतान करना पड़ेगा. लोन की नई ब्याज दरों को 1 अगस्त 2024 से लागू कर दिया गया है. हालांकि, इससे पहले बैंक ऑफ इंडिया ने भी एक साल की अवधि के लिए एमसीएलआर को 0.05 फीसदी बढ़ाकर इसे 8.95 फीसदी करने का फैसला किया है. हालांकि, बाकी अवधि के लिए दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

एक साल की अवधि के लिए एमसीएलआर में 0.05% वृद्धि

पंजाब नेशनल बैंक की ओर से शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में कहा गया है कि बैंक ने 1 साल की अवधि के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) को बढ़ाकर 8.90 फीसदी कर दिया है. पहले यह एमसीएलआर 8.85 फीसदी था. इसका मतलब यह कि पंजाब नेशनल बैंक ने एमसीएलआर में 0.05 फीसदी या 5 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी की है. तीन साल की एमसीएलआर 5 बेसिस प्वाइंट बढ़कर 9.20 फीसदी हो गई है.

छोटी अवधि वाले लोन भी महंगा

इसके अलावा, पंजाब नेशनल बैंक ने कम अवधि वाले लोन की ब्याज दर में भी बढ़ोतरी कर दिया है. अब अगर कोई ग्राहक पंजाब नेशनल बैंक से एक महीने, तीन महीने या छह महीने के लिए लोन लेता है, तो उसे 8.35 फीसदी से लेकर 8.55 फीसदी तक ब्याज का भुगतान करना होगा. वहीं, एक दिन के लिए लेने वाले लोन पर उसे 8.30 फीसदी ब्याज देना होगा. हालांकि, पहले एक दिन के लोन पर 8.25 फीसदी ब्याज चुकाना पड़ता था.

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एमसीएलआर क्या है?

एमसीएलआर का फुल फॉर्म मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट है. इसके आधार पर देश के बैंक अपनी न्यूनतम ब्याज दर को फंड की लागत, परिचालन लागत और लाभ मार्जिन के आधार पर निर्धारित करता है. बैंक होम लोन सहित दूसरे लोन पर ब्याज दर की गणना करने के लिए एमसीएलआर का इस्तेमाल करते हैं. आम तौर पर होम लोन की ब्याज दर एमसीएलआर से ऊपर एक निश्चित प्रतिशत पर निर्धारित की जाती है, जिसे स्प्रेड कहा जाता है. एमसीएलआर बढ़ने से होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ब्याज दरें भी बढ़ जाती हैं.

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