Uttarakhand Heavy Rain: रुद्रप्रयाग प्रशासन ने भारी बारिश के कारण यात्रियों से केदारनाथ यात्रा स्थगित करने की सलाह दी गई है. उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण 12 लोगों की मौत हो गयी और करीब छह अन्य घायल हो गए. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, नैनीताल जिले के हल्द्वानी में एक बच्चे के नाले में बहने की भी सूचना है जिसकी तलाश की जा रही है.
बुधवार रात हुई भारी बारिश
बुधवार रात करीब साढ़े नौ बजे भारी बारिश से गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल रास्ते पर भीमबली में 20-25 मीटर का मार्ग बह गया तथा पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर आ गए. 450 यात्रियों को गढ़वाल मंडल विकास निगम के अतिथि गृहों और पुलिस चौकी में ठहराया गया था. सुबह शुरू हुए बचाव अभियान में अब तक 200 यात्रियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है जबकि अन्य को वैकल्पिक पैदल रास्तों के जरिए वहां से निकाला जा रहा है.
यात्रियों के लिए जारी किया गया परामर्श
केदारनाथ जाने वाले रास्ते के क्षतिग्रस्त होने के मद्देनजर रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की ओर से यात्रियों को उनकी केदारनाथ यात्रा स्थगित करने की सलाह दी गयी है. इस संबंध में एक परामर्श जारी कर कहा गया है कि केदारनाथ दर्शनों के लिए रुद्रप्रयाग तक पहुंचे तीर्थयात्री फिलहाल जहां कही हैं, वहीं सुरक्षित रूके रहें और फिलहाल अपनी केदारनाथ धाम यात्रा को स्थगित कर दें. परामर्श में कहा गया है कि इस समय सोनप्रयाग से आगे मोटरमार्ग और पैदल मार्ग की स्थिति बिल्कुल भी सही नहीं है और मार्ग सही होने व यात्रा के सुचारू होने की सूचना अलग से दी जाएगी.
मंदाकिनी नदी का जल स्तर चेतावनी
सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी का जल चेतावनी स्तर के आसपास होने के कारण पार्किंग क्षेत्र भी खाली करवा दिया गया है. हरिद्वार जिले के रूड़की क्षेत्र के भारपुर गांव में भारी बारिश से एक मकान ढह गया जिससे उसके मलबे के नीचे दबने से चार व्यक्तियों की व्यक्तियों की मौत हो गयी तथा 10 अन्य घायल हो गए जिनमें से आठ की हालत गंभीर बताई जा रही है.
24 घंटे में देहरादून में 172 मिमी बारिश
मौसम विभाग से मिली सूचना के अनुसार, पिछले 24 घंटों में अकेले देहरादून में ही 172 मिमी बारिश दर्ज की गयी. हरिद्वार के रोशनाबाद में सर्वाधिक 210 मिमी बारिश रिकार्ड की गयी जबकि रायवाला में 163 मिमी, हल्द्वानी में 140 मिमी, हरिद्वार में 140 मिमी, रूड़की में 112 मिमी, नरेंद्र नगर में 107 मिमी, धनोल्टी में 98 मिमी, चकराता में 92 मिमी और नैनीताल में 89 मिमी बारिश दर्ज की गयी.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को किया अलर्ट
उत्तराखंड में अतिवृष्टि की स्वयं निगरानी कर रहे मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अलर्ट पर रहने को कहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेशवासी और राज्य में आने वाले यात्रियों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में धामी ने कहा कि प्रदेश में बुधवार रात हुई भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर जनजीवन प्रभावित होने की सूचना मिली तथा बचाव दलों ने रात भर अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.