Mamata Mohanta: बीजद की पूर्व नेता ममता मोहंता राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने और नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली पार्टी छोड़ने के एक दिन बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गईं. ममता का बीजेपी में शामिल होना बीजेडी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, वहीं इस राजनीतिक उलटफेर को बीजेपी की बड़ी रणनीतिक जीत के तौर पर देखा जा रहा है.
राज्यसभा में बीजेडी की संख्या घटकर हुई 8
ममता मोहंता के इस्तीफे के साथ ही राज्यसभा में बीजू जनता दल (बीजद) सदस्यों की संख्या घटकर आठ रह गई है. लोकसभा में बीजद का कोई सदस्य नहीं है. ओडिशा से राज्यसभा की 10 सीट हैं. राज्यसभा में ओडिशा में बीजेपी का एक सांसद है.
ममता के बीजेपी में शामिल होने से बीजेडी को झटका
लोकसभा चुनाव 2024 और विधानसभा चुनाव में बीजेडी को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा. बीजेडी को सत्ता से बाहर कर बीजेपी ने ओडिशा में पहली बार सरकार बनाई. लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने बीजेडी का सुपड़ा साफ कर दिया. अब सवाल है कि ममता मोहंता के शामिल होने से बीजेपी को क्या फायदा होगा? दरअसल लोकसभा में बीजेपी अपने सहयोगी दलों के साथ बहुमत में है. लेकिन राज्यसभा में बहुमत के आंकड़ों से दूर है. वैसे में ममता के राज्यसभा से इस्तीफा देने से बीजेपी को क्या फायदा होगा. दरअसल ममता के इस्तीफा देने के बाद बीजेडी की संख्या उच्च सदन में कम हो गई. अब राज्यसभा का चुनाव होता है, संख्या बल के आधार पर बीजेपी को भारी फायदा होगा. बीजेपी की नजर ओडिशा के सभी 10 सीटों पर है. ओडिशा के रास्ते बीजेपी राज्यसभा में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहेगी. ओडिशा में फिलहाल 10 राज्यसभा सीटों में 8 बीजेडी और केवल एक बीजेपी के पास है.
कौन हैं ममता मोहंता
ममता मोहंता अप्रैल 2020 को राज्यसभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुई थीं. वह महिलाओं को शक्तियां प्रदान करने संबंधी समिति और ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति की सदस्य थीं. मोहंता सामाजिक न्याय और अधिकारिता संबंधी संसद की समिति की भी सदस्य थीं.