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धनबाद के अधिकांश सरकारी कार्यालयों में नहीं है ब्रेस्ट फीडिंग कक्ष, परेशान होती हैं आधी आबादी

कागज व भाषणों में नहीं धरातल पर चले जागरूकता अभियान तभी विश्व स्तनपान दिवस की तय होगी सार्थकता

माता के दूध को नवजात के लिए अमृत समान माना गया है. चिकित्सा विज्ञान ने भी इसे सही ठहराया है. चिकित्सकों का मानना है कि नवजात को जन्म से कम से कम छह माह तक मां का दूध ही पिलाना चाहिए. इसके लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास भी जारी है. इसी क्रम में तय है कि सभी प्रमुख स्थलों पर महिलाओं के लिए अलग व्यवस्था हो, जहां वह अपने बच्चे को स्तनपान करा सकें. अस्पतालों में अलग से जागरूकता अभियान चलाने के साथ-साथ हर वर्ष एक से सात अगस्त तक विश्व स्तनपान दिवस मनाया जाता है. इस दौरान विभिन्न स्तरों पर कार्यक्रम होता है. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी धनबाद में यह सप्ताह मनाया जा रहा है, पर क्या धनबाद के विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में ब्रेस्ट फीडिंग की उचित व्यवस्था है, यह जानने की कोशिश की है प्रभात खबर की टीम ने. पढ़ें यह रिपोर्ट.

समाहरणालय में नहीं है कक्ष :

बरवाअड्डा में जिले में आधुनिक सुविधाओं से युक्त नया समाहरणालय बनाया गया है. इसमें कई विभाग हैं. कई बड़े पदाधिकारी बैठते हैं. जनता दरबार भी लगता है. रोज कई मामलों का निष्पादन होता है. प्रतिदिन सैकड़ों महिलाएं यहां आती हैं, पर यहां स्तनपान के लिए अलग से कोई व्यवस्था नहीं है. इस वजह से उन्हें भारी परेशानी होती है.

पुलिस मुख्यालय में नहीं है व्यवस्था :

बरवाअड्डा में बने नये संयुक्त भवन में नया पुलिस मुख्यालय बना है. यहां पर पुलिस के कई वरीय पदाधिकारी बैठते हैं. रोज कई मामलों का निष्पादन होता है. प्रतिदिन महिला-पुरुषों का आना-जाना लगा रहता है, पर यहां ब्रेस्ट फीडिंग के लिए अलग से कोई कक्ष नहीं. इसी तरह जिले के थानों में भी कोई व्यवस्था नहीं है.

महिला व बैंक मोड़ थाना में है व्यवस्था :

जिले के महिला थाना और बैंक मोड़ थाना में महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था है. वहां पर वो अपने बच्चों को स्तनपान करा सकती हैं. इस संबंध में महिला थाना प्रभारी मीनू कुमारी ने बताया कि बाल मित्र कक्ष में बेड लगे हुए हैं, जहां आराम से बच्चे को स्तनपान माताएं करा सकती हैं. इसी तरह बैंक मोड़ थाना में भी स्तनपान के लिए विशेष कक्ष है.

एसएनएमएमसीएच में पर्याप्त नहीं है व्यवस्था :

जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल एसएनएमएमसीएच के सिर्फ गायनी विभाग में ब्रेस्ट फीडिंग के लिए अलग कमरे की व्यवस्था है. इमरजेंसी, ओपीडी से लेकर इंडोर तक कहीं भी कोई व्यवस्था नहीं है. जबकि अस्पताल में रोजाना बड़ी संख्या में महिला मरीजों का जुटान होता है.

जेबीवीएनएल में नहीं है व्यवस्था :

जेबीवीएनएल के विभिन्न कार्यालयों में हर दिन बड़ी संख्या में महिलाएं बिजली संबंधित कार्य को लेकर पहुंचती हैं. कंबाइंड बिल्डिंग स्थित विभाग के जीएम कार्यालय, कोर्ट मोड़ स्थित एसइ कार्यालय व डिवीजन कार्यालय में ब्रेस्ट फीडिंग के लिए कोई व्यवस्था नहीं है.

सार्वजनिक स्थलों पर नहीं है व्यवस्था :

जिले में कई बड़े मॉल हैं. बाजार है. इन सब इलाकों में प्रतिदिन हजारों महिलाएं आती हैं. उनके साथ उनके छोटे बच्चे भी होते हैं, पर कहीं भी कोई व्यवस्था नहीं है. इस वजह से परेशानी होती है.

जिनपर नियमों के पालन की जिम्मेवारी, वहीं व्यवस्था नहीं :

कोर्ट रोड स्थित सिविल सर्जन कार्यालय में ब्रेस्ट फीडिंग के लिए कोई व्यवस्था नहीं है, जबकि स्वास्थ्य विभाग पर ही ब्रेस्ट फीडिंग से संबंधित नियमों का पालन कराने की जिम्मेवारी है. यही हाल सदर अस्पताल का भी है. यहां भी ब्रेस्ट फीडिंग के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी है.

ब्रेस्टफीडिंग के नियम इस प्रकार हैं

1. स्तनपान कक्ष : एक शांत और सुरक्षित कमरा जहां माताएं अपने शिशुओं को स्तनपान करा सकें

2. सुविधाजनक सीटिंग : आरामदायक सीटिंग व्यवस्था, जो माताओं को स्तनपान कराने में मदद करे3. शिशु देखभाल की सुविधा : शिशुओं की देखभाल के लिए सुविधाएं जैसे कि शिशु बिस्तर, पालने आदि4. स्वच्छता और सुरक्षा : स्तनपान कक्ष में स्वच्छता और सुरक्षा का ध्यान रखा जाना चाहिए5. पानी : स्तनपान कक्ष में पानी और स्नैक्स की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि माताएं अपनी जरूरतों को पूरा कर सकें

धनबाद रेलवे स्टेशन में है व्यवस्था :

धनबाद स्टेशन पर महिला विश्राम गृह में महिलाओं की सुविधा के लिए ब्रेस्टफीडिंग की व्यवस्था है. यहां पर अलग से कमरा बना हुआ है. इसकी साफ-सफाई भी की जाती है.

प्रखंड कार्यालयों में नहीं है व्यवस्था :

जिले के प्रखंड कार्यालयों में स्तनपान की कोई व्यवस्था नहीं है. इन सब कार्यालयों में लगभग प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में महिलाएं आती हैं. उनका काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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