Wayanad Landslide: केरल के वायनाड में प्रकृति के भीषण तांडव का खतरनाक मंजर अभी जारी है. भूस्खलन होने के दो दिन बाद भी वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ताजा जानकारी प्राप्त होने तक इस आपदा से जान गंवाने वालों की संख्या 308 हो चुकी है. इस आपदा के बीच बचाव एवं सुरक्षा की लगभग 40 टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही हैं. इस प्राकृतिक आपदा में रेस्क्यू ऑपरेशन और सभी व्यवस्थाओं को सुचारू ढंग से चलने के लिए मुख्यमंत्री ने गुरुवार को उच्च स्तरीय बैठक भी की है.
एडीजी एम. आर. कुमार ने कहा नहीं रुकेगी हमारी तलाश
केरल के एडीजीपी (कानून व्यवस्था) एम. आर. अजीत कुमार ने वायनाड में हुए भयंकर भूस्खलन पर बात करते हुए कहा, “भारतीय सेना, वायुसेना, स्थानीय पुलिस, विशेष अभियान समूह, अग्निशमन बल, एनडीआरएफ की संयुक्त टीम यहां काम कर रही है. आज भारी मशीनरी के साथ हम ज्यादा से ज्यादा इलाकों में तलाशी कर पाएंगे. दूसरे राज्यों के भी काफी लोग हैं, हर विभाग डेटा इकट्ठा कर रहा है और पता लगा रहा है कि कितने लोग लापता हैं. हमने अब तक 200 से ज्यादा शव और उनके अंग बरामद किए हैं. जब तक पूरे क्षेत्र की गहन तलाशी नहीं हो जाती, हम तलाशी नहीं रोकेंगे.”
बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक
वायनाड में आई भयंकर प्राकृतिक आपदा के बाद, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बृहस्पतिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं, राज्य के मंत्रियों और अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया. इस बैठक में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि अब मुख्य प्राथमिकता लापता व्यक्तियों को बचाना है और जल्द से जल्द पुनर्वास शुरू किया जाएगा. आगे मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री पिनराई विजयन कहा “हमारा ध्यान उन लोगों को बचाने पर है जो अलग-थलग और फंसे हुए थे. मैं सेना के जवानों के प्रयासों की सराहना करता हूं। उन्होंने हमें बताया है कि फंसे हुए ज़्यादातर लोगों को बचा लिया गया है. मिट्टी के नीचे फंसे लोगों को बचाने के लिए मशीनरी लाना मुश्किल था और पुल बनाने से यह काम आसान हो गया.”
राहुल गांधी और प्रियंका ने किया वायनाड का दौरा
वायनाड में आई आपदा के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को वायनाड का दौरा किया. इस दौरान राहुल गांधी भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में भी गए. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “यह वायनाड, केरल और पूरे देश के लिए एक भयानक त्रासदी है. हम यहां स्थिति देखने आए हैं. यह देखना दुखद है कि कितने लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों और अपने घरों को खो दिया है. हम मदद करने की कोशिश करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि बचे हुए लोगों को उनका हक मिले. उनमें से बहुत से लोग फिर से बसना चाहते हैं. यहां बहुत कुछ करने की जरूरत है. मैं डॉक्टरों, नर्सों, प्रशासन और स्वयंसेवकों सहित सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं.