स्वीकृत योजनाओं में कार्य में तेजी लाने का दिया निर्देश सहरसा . सांसद दिनेश चंद्र यादव ने संसद में रेल बजट के अभिभाषण में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को धन्यवाद देते कहा कि इन्होंने सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, पूर्णियां व खगड़िया जिला के रेलयात्रियों की कठिनाई को देखते डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस का ठहराव मानसी जंक्शन पर दिया. उनके संसदीय क्षेत्र मधेपुरा के पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर के तहत सहरसा जंक्शन उत्तर बिहार का प्रमुख रेल जंक्शन है. यह समस्तीपुर डिविजन के सबसे अधिक राजस्व देने वाले तीन प्रमुख स्टेशनों में एक है. यहांं की समस्या से रेलयात्री व आमलोग परेशान है. उन्होंने रेलमंत्री से आग्रह किया कि इसके निदान के लिए शीघ्र कार्यवाही करें. उन्होंने सहरसा जंक्शन से वंदे भारत स्लीपर ट्रेन चलाने, 185 करोड़ रुपये की लागत से यार्ड रिमॉडलिंग कार्य कराने का प्रस्ताव मुख्यालय से रेलवे बोर्ड को भेजा गया है, उसकी स्वीकृति जल्द प्रदान करने, मठाही स्टेशन पर रेलयात्री को टिकट सहित अन्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था जनहित में कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि मानसी-सहरसा-मधेपुरा के बीच दोहरी लाइन निमार्ण के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे का आदेश रेलवे बोर्ड से हो गया है. उसकी प्रक्रिया शीघ्र पूरी कर निमार्ण कार्य शुरू हो. सहरसा में 125 करोड़़ रूपये से मेमू शेड का निर्माण का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड में लंबित है. यहां जमीन उपलब्ध नहीं हो तो उसका निर्माण मधेपुरा अनुपयोगी स्लीपर फैक्ट्री की जमीन या बुधमा में कराने, सहरसा से मधेपुरा तक नयी मेमू ट्रेन का परिचालन का विस्तार कर मुरलीगंज स्टेशन तक करने, लाइट ओवरब्रिज का काम पूरा करने, एक अतिरिक्त वासिंग पीट का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कराने, सहरसा सर्वा ढ़ाला से झपड़ा टोला आउटर सिग्नल तक एक किलोमीटर बायपास पर फिर से रेल लाइन बिछाने, सहरसा प्लेटफार्म पर समुचित लंबाई में शेड लगाने, सहरसा बैजनाथपुर रेलखंड के बीच ढ़ाला संख्या 104 के स्थान पर उपरी सड़क पुल के निर्माण कार्य में तेजी लाने, सहरसा-सोनवर्षा कचहरी रेलखंड के बीच सर्वा ढ़ाला, सहरसा से सहरसा कचहरी रेलखंड के बीच गौतमनगर मेंं उद्योग भवन के सामने एवं सहरसा मत्स्यगंधा हकपारा के नजदीक अंंडर पास का निर्माण कराने, पंचगछिया स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज का निर्माण कराने, कोपरिया स्टेशन पर हाटे-बाजारे एक्सप्रेस का ठहराव देने, टाटा-कटिहार एक्सप्रेस को सप्ताह में दो दिन मानसी-सहरसा- मधेपुरा-पूर्णियांं रूट से चलाने, मुजफ्फरपुर-देहरादून राप्ती गंगा एक्सप्रेस को सहरसा मधेपुरा-बनमनखी के रास्ते पूर्णियांं कोर्ट तक करने, पटना-सहरसा के बीच रात्रि में एक्सप्रेस गाड़ी चलाने, गंगजला में अवस्थित रैक प्वाईंट को परमिनियां हॉल्ट-सर्वाढ़ाला के बीच स्थानान्तरित करने, सुलिन्दाबाद के नजदीक नया स्टेशन का निर्माण कराने, पटना-कोटा एक्सप्रेस एवं पटना-बैंगलुरू एक्सप्रेस का विस्तार पटना से सहरसा एवं जनहित ट्रेन का विस्तार सहरसा-पटना से बनारस जंक्शन तक करने की मांग की. प्रश्नकाल के दौरान एनएच निर्माण का उठाया मुद्दा एनएच 107 का निर्माण जनवरी तक पूर्ण होने का दिया गया आश्वासन सहरसा . सांसद दिनेश चंद्र यादव ने शुक्रवार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान क्षेत्र की समस्याओं को रखा. उन्होंने कहा कि पटना-पूर्णियां एक्सप्रेस-वे जो पटना से बिदुपुर, दलसिंहसराय, सिमरी बख्तियारपुर, उदाकिशुनगंज से पूर्णियां तक जायेगी. इसके निर्माण के लिए पिछली 17वीं लोकसभा में मंत्री से 18 मार्च 2021 को आश्वासन मिला था. अंततोगत्वा इसकी मंजूरी उन्होंने दी व पिछले बजट में उसके लिए राशि का भी प्रावधान किया गया. वे दिल से व अपने क्षेत्र के लोगों की तरफ से उनको धन्यवाद देते हैं. उन्होंने कहा कि इसका डीपीआर तैयार करने के लिए परामर्शदाता को नियुक्त किया गया है. डीपीआर तैयार करने के लिए पिछले वर्ष फरवरी में ही आदेश दिया गया था. अनुमानतः कितने दिनों में यह प्रक्रिया पूरी हो जायेगी. जानकारी दी गयी कि पटना-पूर्णियां राष्ट्रीय राजमार्ग का डीपीआर की प्रक्रिया के बारे में बताया कि कंसल्टेंट की नियुक्ति कर दी गयी है. अभी डीपीआर का काम चल रहा है. जैसे ही यह काम खत्म होगा आगे की कार्रवाई तुरंत शुरू कर दी जायेगी. सांसद ने एनएच 106 एवं 107 के कार्य में विलंब से संबंधित प्रश्न किया. संबंधित मंत्री ने कहा कि एनएच-106, जो कि वीरपुर से विहपुर तक है. वास्तव में दो प्रोजेक्ट्स हैं जो वर्ल्ड बैंक द्वारा फंडेड हैं. इनमें अपग्रेडेशन का कार्य हो रहा है. इसमें दो लेन पेव्ड शोल्डर्स के साथ में बननी हैं. इसमें 780 करोड़ रुपये की लागत आनी है. वर्तमान में उन सभी समस्याओं का समाधान कर लिया गया है. अभी फर्स्ट फेज में 82 परसेंट काम कर लिया गया है. हम फर्स्ट फेज का काम दिसंबर में पूरा होगा. एनएच-106 का जो दूसरा प्रोजेक्ट है, उसमें कोसी नदी पर सात किलोमीटर का एक ब्रिज भी है. यह पूरा रोड एप्रोच रोड के साथ लगभग 30 किलोमीटर का है. इसमें भी थोड़ी देरी हुई है. इसको भी अगस्त 2025 में पूरा कर लेंगे. एनएच 107 के विषय में कहा कि महेशखूंंट से मधेपुरा यह 90 किलोमीटर का एनएच है. यह 662 करोड़ रुपये का है. इसमें भी दो वर्ष का समय दिया गया था. इसका कार्य अब तेज गतिमान है. इसका 75 परसेंट काम हो गया है. इसका भी हम वर्ष 2025 में फर्स्ट फेज का काम पूरा होगा. सेकेंड फेज 88 किलोमीटर का है.,जो कि 280 करोड़ रुपये का था. इसके कार्य में भी अब प्रगति है. इसका भी 73 परसेंट काम हो गया है.
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