एक अभ्यर्थी शक के दायरे में, की जा रही मूल कागजात की जांच
संवाददाता, पटना
सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षक अभ्यर्थियों की काउंसेलिंग दूसरे दिन भी डीआरसीसी कार्यालय में जारी रही. दूसरे दिन 200 शिक्षक अभ्यर्थियों को काउंसेलिंग के लिए बुलाया गया था. इनमें से 193 अभ्यर्थियों के कागजात की जांच की गयी. काउंसेलिंग के दौरान जिला शिक्षा कार्यालय फर्जी शिक्षक अभ्यर्थियों पर पैनी नजर रखे हुए हैं. काउंसेलिंग के दूसरे दिन कागजात की जांच के दौरान एक अभ्यर्थी को जांच के दायरे में रखा गया है, जिसके मूल कागजात जब्त कर लिये गये हैं. जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि एक शिक्षक अभ्यर्थियों के कागजात को लेकर शक है. जिसकी जांच चल रही है. उन्होंने कहा कि एक-एक अभ्यर्थी के मूल कागजात की जांच बारीकी से की जा रही है. आधार कार्ड का थंब इंप्रेशन के जरिये सत्यापन किया जा रहा है. जिसका थंब इंप्रेशन नहीं मिल रहा है, चेहरे का मिलान किया जा रहा है. जो भी फर्जी अभ्यर्थी होंगे, उन पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया दूसरे दिन 200 में से 193 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग की गयी. जो अभ्यर्थी किसी कारण से काउंसेलिंग में उपस्थित नहीं हो पाये, उनको अंत में दोबारा मौका दिया जायेगा.
इससे पहले बायोमेट्रिक मिलान में 40 फर्जी शिक्षक आये थे जांच के दायरे में
इससे पहले सक्षमता परीक्षा की समाप्ति के बाद राजेंद्र बालक उच्च विद्यालय केंद्र पर हुई अभ्यर्थियों की बायोमेट्रिक जांच में 40 फर्जी शिक्षक शक के दायरे में आये थे, जिसकी सूची शिक्षा विभाग को भेज दी गयी थी. जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से बताया गया था कि एक ही व्यक्ति, एक ही नाम से दो जगह पर पदस्थापित पाये गये थे, जिसकी जांच विभाग स्तर पर की गयी थी.
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