जामताड़ा. जिले में गुरुवार की रात से जमकर बारिश हो रही है. यह सिलसिला शुक्रवार तक जारी रहा. जामताड़ा में दो दिनों में 109.1 एमएम बारिश हुई है. एक अगस्त को 11.1 एमएम व दो अगस्त को 98.0 एमएम बारिश हुई. बारिश होने के बाद शुक्रवार की सुबह जिले के लगभग सभी गांवों में किसान धान की खेती में जुट गये हैं. सभी किसान ट्रैक्टर लेकर खेत जोतने का कार्य शुरू कर दिये. इस बारिश से धान के बिचड़ा को संजीवनी मिली है, जो किसान धान का बिचड़ा तैयार कर गर्मी से राहत के लिए इंद्र भगवान की तरफ टकटकी लगाए थे उन्हें अब खेतीबाड़ी संपन्न हो जाने का अंदेशा बन गया है. लगातार हो रही बारिश से सभी खेतों में पानी भर गया है. निचली खेत से लेकर ऊपरी इलाके के खेतों में भी लबालब पानी भर गया है. गुरुवार की रात से लगातार हो रही बारिश से जहां एक ओर खेती कार्य में किसान जुट गये हैं, वहीं दूसरी ओर सड़क से लेकर घर, आंगन में बारिश का पानी जमा गया है. जामताड़ा थाना क्षेत्र के बुधुडीह पेट्रोल पंप के समीप सड़क पर एक पेड़ गिर जाने से जामताड़ा-नारायणपुर सड़क में आवागमन घंटों ठप रहा. झमाझम बारिश के कारण करीब 24 घंटे बाद भी बिजली बहाल नहीं हो सकी. जामताड़ा शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी गुरुवार शाम से शुक्रवार शाम तक ब्लैक आउट बनी रही. इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. लोगों के घरों में इन्वर्टर भी जवाब दे रहा था. मोटर चलाने से लेकर मोबाइल चार्ज करने में परेशानी हुई. बताया गया कि शहरी क्षेत्र के टाउन वन फीडर के जज कॉलोनी के समीप 11 वोल्ट के तार पर डाली गिर गया था. वहीं टाउन टू फीडर के संत जोसेफ स्कूल के समीप 11 वोल्ट के तार पर पेड़ गिरने से बिजली प्रभावित हुई. इसके अलावे 33 केवीए ग्रिड में लगातार ट्रिप होने के कारण बिजली काटी जा रही थी. नाला में सबसे ज्यादा व नारायणपुर में सबसे कम हुई बारिश शुक्रवार को नाला प्रखंड में सबसे ज्यादा 145.4 एमएम बारिश हुई है. वहीं नारायणपुर में सबसे कम बारिश 52.06 एमएम हुई. इसी प्रकार जामताड़ा प्रखंड में 112.4 एमएम, कुंडहित में 109.2 एमएम, करमाटांड़ में 86.6 एमएम व फतेहपुर में 82.0 एमएम बारिश हुई है. जिले भर का औसतन बारिश 98.0 एमएम रहा.
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