तृणमूल ने आरोपों को किया खारिज कोलकाता. राज्य विधानसभा के गेट पर शुक्रवार को उस समय हंगामा हो गया, जब तृणमूल के एक विधायक की कार ने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी को रोकने में राज्य की कथित विफलता के खिलाफ भाजपा विधायकों द्वारा किये जा रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान गेट को पार करने की कोशिश की. प्रदर्शन में शामिल डाबग्राम-फुलबारी से भाजपा की महिला विधायक शिखा चटर्जी ने आरोप लगाया कि तृणमूल विधायक विश्वनाथ दास की कार ने उन्हें टक्कर मार दी और उनका पैर बच गया. हालांकि, तृणमूल विधायक ने आरोपों को खारिज किया. दरअसल, मूल्यवृद्धि के खिलाफ सदन से वाॅकआउट के बाद जब भाजपा विधायक हाथों में कागज की प्लेट लेकर और जमीन पर आलू से भरी टोकरी रखकर विधानसभा गेट के पास नारेबाजी कर रहे थे, तभी तृणमूल विधायक की कार अचानक गेट पर पहुंच गयी.जब यह कार धीरे-धीरे आंदोलनकारी भाजपा विधायकों के पास से गुजरी, तो महिला भाजपा विधायक शिखा चटर्जी एसयूवी के रास्ते से हट गयीं और बाद में उन्होंने आरोप लगाया कि एसयूवी का एक अगला टायर लगभग उनके पैर को छू गया.हालांकि, विश्वनाथ दास ने संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि उनकी कार बहुत धीमी गति से विधानसभा में प्रवेश करने के लिए भीड़ के पास से गुजर रही थी और चालक काफी सावधान था. वहीं, शिखा चटर्जी ने दावा किया : मुझे टक्कर लगने वाली थी. मैं तुरंत एक तरफ हट गयी. फिर भी एक आगे का टायर मेरे पैर को छू गया. वहीं, इस दौरान पूछे जाने पर विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष ने कहा कि तृणमूल विधायक का यह रवैया राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा विपक्ष और उसके शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक विरोध के प्रति कम सम्मान को दर्शाता है. इधर, विधानसभा गेट पर तृणमूल विधायक की गाड़ी लापरवाही से चलाने के आरोप के बारे में अध्यक्ष (स्पीकर) बिमान बनर्जी ने कहा कि मैं बाहर जो कुछ हुआ उसके बारे में सुनी-सुनाई बातों के आधार पर टिप्पणी नहीं कर सकता. मुझे पता लगाना होगा कि वास्तव में क्या हुआ. मैं जांच करूंगा और अगर जरूरत पड़ी, तो सीसीटीवी फुटेज भी देखूंगा.
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