शुभम कुमार, पटना पटना में मोबाइल चोरी की घटना लगातार बढ़ती जा रही है. भीड़-भाड़ इलाके में कब कहां और किस वक्त आपके पैकेट से मोबाइल गायब हो जायेगा, यह कोई नहीं जानता है. शुक्रवार को लोगों ने मोबाइल चोरी के आरोप में एक 10 साल के बच्चे को पकड़ कर पीरबहोर थाने की पुलिस को सौंपा. पुलिस ने जब उससे पूछताछ की और उसने जो कुछ बताया, वह सुन कर पुलिस के होश उड़ गये. पटना में एक ऐसा गिरोह है, जो मोबाइल फोन की चोरी के लिए बच्चों को मासिक वेतन पर रखा है. दर्जनों बच्चे पटना शहर में घूम-घूम कर मोबाइल चोरी करते हैं और गिरोह के सदस्य उनसे मोबाइल लेकर चले जाते हैं. पुलिस की गिरफ्त में आये बच्चे ने बताया कि गिरोह में जो भइया लोग हैं, उन्होंने 20 से 25 हजार रुपये महीने में देने का वादा किया है. बच्चे ने बताया कि मुझे एक भइया ने रामकृष्णानगर के पास मिले थे. मैं वहीं से आता हूं. मैं सुबह 10 बजे घर से निकलता हूं. गांधी मैदान, पीरबहोर समेत अन्य इलाकों में घूम कर मोबाइल चोरी करता हूं. इसके बाद देर शाम एक भइया आते हैं और मोबाइल लेकर चले जाते हैं. उसने बताया कि मैं 10 दिनों से यह काम कर रहा हूं. 10 मोबाइल चोरी कर चुका हूं. मेरे साथ अन्य बच्चे भी हर दिन 10 से 12 मोबाइल चोरी करते हैं और भइया उन्हें लेकर चले जाते हैं. मोबाइल देने के बाद रात करीब नौ बजे हम सभी बच्चे अपने-अपने घर लौट जाते हैं. बच्चों का गिरोह सक्रिय : बच्चों का गिरोह पटना जंक्शन, गांधी मैदान और मेले में सक्रिय है. पीरबहोर थाने की पुलिस ने बताया कि बच्चे के परिजन को बुलाया गया है. किसी ने आवेदन नहीं दिया है. मालूम हो कि हर दिन पटना जंक्शन, गांधी मैदान व शहर में लगे मेले में घूमने आये कई लोगों के मोबाइल चोरी हो रहे हैं.
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