पटना. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि लालू परिवार जब तक सत्ता में रहा,उसे आरक्षण की याद नहीं आयी. यह सिर्फ दूसरे की बांसुरी पर ताल दे रहे हैं. राजद आरक्षण के नाम पर जातियों को बांटने का काम करता रहा है. लालू परिवार को आरक्षण के मुद्दे पर बोलने का हक नहीं है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में आरक्षण का मुद्दा बिहार में आया है और उसे अमलीजामा पहनाने की चिंता भी नीतीश सरकार कर रही है. ‘काठ का बर्तन एक ही बार चूल्हे पर चढ़ता’ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने राजद नेताओं द्वारा आरक्षण को लेकर दिये जा रहे बयान पर कहा कि उन्हें आरक्षण पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा कल भी आरक्षण के समर्थन में थी और आज भी आरक्षण के समर्थन में खड़ी है. लालू प्रसाद और कांग्रेस यह बताएं कि आज तक ये दोनों पार्टियां सत्ता में रहते किसे आरक्षण दिया है. श्री चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद और उनका परिवार बिहार में 15 साल तक सत्ता में रहा, लेकिन एक व्यक्ति को भी आरक्षण का लाभ नहीं दिया. आज आरक्षण को लेकर उनके परिवार और उनकी पार्टी के सदस्य गाल बजा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता को सब पता है. लोस चुनाव परिणाम इसका प्रमाण है. उन्होंने कहा काठ का बर्तन एक ही बार चूल्हे पर चढ़ता है. कांग्रेस- राजद आरक्षण को लेकर समाज को बांटने की कितनी भी कोशिश कर ले, पर अब वह पुराना दौर नहीं आने वाला है. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा है कि तेजस्वी यादव आरक्षण के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. अपनी पार्टी में परिवार फर्स्ट की नीति अपनाने वाले कभी आरक्षण के हितैषी नहीं हो सकते हैं. राजद में लाभ वाले सभी पदों पर केवल लालू परिवार के सदस्यों कब्जा है. नैतिकता का उपदेश देने से पहले तेजस्वी अपनी पार्टी में पिछड़ा, अतिपिछड़ा की यथोचित भागीदारी सुनिश्चित करें.
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