SEBI ने IPO निवेश के लिए नए नियमों का अनावरण करके शेयर बाजार में हलचल मचा दी है. शुक्रवार को SEBI प्रमुख की घोषणा में कहा गया है कि कंपनियों के लिए IPO के लिए आवेदन करना आसान हो जाएगा. नए दिशा-निर्देशों का मतलब है कि कंपनियों को आवेदन पत्र पर केवल कुछ अनुभाग भरने होंगे, जिससे निवेशकों के लिए कंपनी का डेटा प्राप्त करना और SEBI के लिए आवेदनों को जल्दी से संसाधित करना आसान हो जाएगा.
क्या सेबी एआई के जरिए दस्तावेजों की जांच करेगा?
सेबी प्रमुख माधवी पुरी बुच ने बताया कि अब बाजार विनियामक एआई तकनीक का उपयोग करके आवेदन आवेदन प्रक्रिया को तेज और अधिक कुशल बनाने पर काम कर रही हैं. वे एक मानक फॉर्म बनाने की उम्मीद कर रहे हैं जो अनुमोदन प्रक्रिया को सरल बनाएगा और आने वाले समय में फास्ट ट्रैक विकल्प की आवश्यकता को भी समाप्त कर देगा. इस नई प्रणाली से आईपीओ आवेदनों को अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाकर सभी के लिए शेयर बाजार को सरल बनाने की उम्मीद है.
डॉक्यूमेंट्स की जांच मे AI का प्रयोग करेगी SEBI
शुक्रवार को FICCI
Also Read : झारखंड के गुमला से छत्तीसगढ़ के पत्थलगांव जाना होगा आसान, बनेगा 4 लेन हाई-स्पीड कॉरिडोर
प्रोसेस तेज करने का प्रयास कर रही है SEBI
माधवी ने उद्योग जगत के लोगों को बताया है कि SEBI सिर्फ़ एक्टिव या पैसिव वॉयस का इस्तेमाल करने के कारण IPO आवेदनों को अस्वीकार नहीं करता है. उन्होंने बताया कि अस्वीकृति केवल तभी होती है जब यह पाया जाता है कि मर्चेंट बैंकर के निदेशकों को IPO से पहले शेयर दिए गए थे, या फिर मर्चेंट बैंकर SEBI की जांच के दायरे में है. कुछ दिन पहले ही SEBI ने विशाल मेगा मार्ट, अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज और BMW वेंचर्स जैसी कंपनियों के IPO दस्तावेज वापस भेज दिए थे.
Also Read : लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस से हटाओ जीएसटी, ममता बनर्जी ने वित्त मंत्री को लिखी चिट्ठी
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.