हजारीबाग.
विभावि व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षक संघ का प्रतिनिधिमंडल विभावि कुलसचिव से शनिवार को मिलकर मांग पत्र सौंपा है. मांग पत्र में पूर्व से लंबित आठ मांगों को पूरा करने की मांग विभावि प्रसाशन से की हैं. इसके लिए पूर्व से कई बार मांग पत्र विभावि को सौंपा गया है, लेकिन इसपर कोई कार्रवाई विभावि नहीं कर रही है. संघ ने कहा है कि एक सप्ताह के अंदर विभावि मांगों पर कोई कार्रवाई नही करती है तो संघ विरोध प्रदर्शन करेगा. आठ सूत्री मांग पत्र में विभावि से स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रम के शिक्षकों के लिए यूजीसी दिशा निर्देशों के अनुसार नियमित वेतन वृद्धि (सातवां वेतनमान) लागू करने की मांग की गई हैं. दत्त ही महंगाई भत्ता लागू करने, यूजीसी मानदंडों के अनुसार झारखंड विश्वविद्यालय विधि नियमावली द्वारा निर्धारित आकस्मिक अवकाश लागू करने, अर्जित अवकाश लागू करने, चिकित्सा अवकाश को लागू करने, यूजीसी एवं अन्य नियामक निकायों द्वारा अनुशंसित सम्मेलनों, कार्यशालाओं और सेमिनारों में भाग लेने सहित व्यावसायिक विकास के अवसरों को सुविधाजनक बनाने, शोध गतिविधियों एवं प्रकाशनों के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने, एआईसीटीई एवं एनसीटीई मानकों के अनुसार सुसज्जित कक्षा, प्रयोगशाला, पुस्तकालय एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं सहित पर्याप्त बुनियादी सुविधा को पूरा करने, चिकित्सा बीमा कवरेज, भविष्य निधि, ग्रेच्युटी एवं सेवानिवृत्ति लाभों का समय पर वितरण सुनिश्चित करने की मांग शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है