बिदुपुर.
जिले में बीते गुरुवार की रात हुई तेज बारिश तथा शुक्रवार की सुबह से चल रही तेज हवा की वजह से केला की फसल को भारी क्षति पहुंची है. केला बगान में केला के पेड़ गिये हैं. इससे केला उत्पादक किसान मायूस नजर आ रहे हैं. केला उत्पादक किसानों की माने तो बिदुपुर प्रखंड क्षेत्र में तेज बारिश व हवा की वजह से करीब 35 करोड़ रुपये के केला की फसल बर्बाद हो गयी है. मालूम हो कि बिदुपुर प्रखंड के सैदपुर गणेश, धर्मपुर, कंचनपुर, रजासन, पकौली, भैरोपुर, दाऊदनगर, खिलवत, रामदौली, अमेर, नवानगर, गोपालपुर, मजलीशपुर, चेचर आदि गांव में व्यापक पैमाने पर खेती की जा रही है. यहां तैयार होने वाले केला के घौद को उत्तम क्वालिटी का माना जाता है. केला उत्पादक किसानों के अनुसार यहां प्रतिवर्ष 45 से 55 करोड़ रुपये के केला की बिक्री की जाती है. ज्यादातर किसान केला की फसल से जुड़े हैं. बीते गुरुवार की रात हुई तेज बारिश के बाद शुक्रवार को तेज हवा के झोंके की वजह से केला की फसल को काफी क्षति पहुंची है. केला उत्पादक किसानों के अनुसार लगभग 70 से 80 प्रतिशत पौधे गिर गये हैं. चेचर गांव के प्रबुद्ध किसान चंद्रभूषण सिंह ने बताते हैं कि अनुमानित आंकलन के अनुसार शुक्रवार की आंधी से लगभग 35 करोड़ रुपये के केले की फसल काे नुकसान हुआ है. उन्होंने सरकार से केला की फसल की हुई क्षति का आकलन कराकर मुआवजा देने की मांग की है. वहीं रामदौली गांव के डॉ बीके सिंह, सुशील सिंह, पकौली के अंजन कुमार सिंह, अमेर गांव के अम्मू सिंह, विशनपुर राज खंड के अभय सिंह, चेचर के चंद्रशेखर सिंह, भैरोपुर ड्योढी के विनोद कुमार सिंह आदि केला उत्पादक किसानों ने जिला कृषि पदाधिकारी से आंधी-पानी से केला की फसल की हुई क्षति का आकलन कर इसकी रिपोर्ट को सरकार को भेजने व मुआवजा दिलाने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है