बेरमो. दो दिनों की लगातार बारिश की वजह से तेनुघाट डैम का जलस्तर शुक्रवार की रात से काफी बढ़ गया. इसके कारण शनिवार को दिन 10 बजे पहले डैम के छह गेट खोले गये. इसके बाद 11 बजे दो और गेट खोल दिये गये. डैम के कुल 10 गेट में आठ गेट फिलहाल चार-चार मीटर पर खोले गये हैं. तेनुघाट डैम के सहायक अभियंता मंगल कुमार देव ने बताया कि सीडब्ल्यूसी के रिपोर्ट के अनुसार डैम में प्रति घंटा लगभग डेढ़ से दो फीट पानी वृद्धि होने का अनुमान लगाया जा रहा है. आठ फाटक खोलने से लगभग एक लाख क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड डिस्चार्ज हो रहा है. डैम में पानी स्टोरेज करने की क्षमता 852 फीट से लेकर 882 फीट है. पानी बढ़ने से डैम से सटे गांवों में ग्रामीणों में अफरातफरी मच जाती है और खेत खलिहान डूबने लगता है. इसके कारण अधिक मात्रा में पानी स्टोरेज नहीं किया जा सकता है. दो दिनों की बारिश से पूर्व 843 फीट पानी था. बारिश के बाद 860 से 861.50 फीट से भी अधिक होने लगा था. बताया गया कि यदि डैम की पानी वृद्धि में कमी नहीं हुई तो आठों गेट खुले रहेंगे. यदि पानी वृद्धि में कमी आयी तो एक दो गेट बंद करने पर विचार किया जा सकता है. इधर, शनिवार की शाम तक डैम का जलस्तर बढ़ कर 862.03 फीट हो गया था. इधर डैम के आठ गेट खोले जाने के बाद तेनुघाट, कथारा, खेतको, बेरमो, फुसरो, भंडारीदह व चंद्रपुरा होकर बहने वाली दामोदर नदी पूरे उफान पर बह रही है. नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. नदी तट के किनारे रहने वाले लोगों के घरों के काफी नजदीक तक पानी पहुंच गया है. नदी से बिल्कुल सटे बेरमो खटाल तक नदी का पानी पहुंच गया है. डैम प्रबंधन की ओर से दामोदर नदी के किनारे रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट रहने की सूचना जारी कर दी गयी है. हालांकि शनिवार की सुबह से लेकर शाम तक बेरमो में मूसलाधार बारिश से लोगों को राहत मिली है. दिनभर बादल तो छाये रहे, लेकिन शुक्रवार की तरह लगातार बारिश नहीं हुई.
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