फोटो 18 किचेन के अंदर चल रहा बकरी.
फोटो 20 गंदा पानी के पास रखा बर्तन.
प्रतिनिधि, किशनगंजमध्याह्न भोजन खाने से दर्जनों बच्चों के बीमार होने के बाद भी मिड डे मील आपूर्ति करने वाली संस्था जन चेतना जागृति व शैक्षणिक विकास मंच ने घटना से कोई सबक नहीं लिया है. शनिवार को जब संस्था के किचन का जायजा लिया गया तो कई अनियमितताएं दिखी. मालूम हो कि संस्था द्वारा संचालित किचन में साफ-सफाई का पूरा अभाव दिखा. वहीं भोजन के लिए जो चावल रखा गया था, उसमें भी कीड़े चल रहे थे. किचन के अंदर बकरी विचरण कर रही थी. गौरतलब हो कि शहर के खगड़ा माछमारा में जन चेतना संस्था द्वारा किचन का संचालन किया जाता है, जहां शहर के 170 और बहादुरगंज के 34 विद्यालयों हेतु भोजन बनाया जाता है, लेकिन संस्था द्वारा नियमों को ताक पर भोजन बनाया जाता है. विभाग द्वारा मिड डे मिल पकाने के लिए जो भी नियम निर्धारित किए गए है, उसका संस्था जमीन पर कहीं से पालन करती नहीं दिखी. किचन में खाना पकाने के लिए जिस नल से पानी लिया जाता है, उसपर भी जंग लगा हुआ मिला. यही नहीं जहां बर्तन की सफाई हो रही थी उस स्थान पर गंदे नाले का पानी जमा हुआ था और उसी स्थान पर बर्तनों की धुलाई हो रही थी.
शुक्रवार को घटी थी बड़ी घटनाशुक्रवार को यूएचएमएस मरवा टोली स्कूल में खाने में गिरगिट मिला था और उसी खाने को खा कर 59 बच्चे बीमार हो गए थे. जिसमें एक बच्ची की स्थिति गंभीर है और अस्पताल में अभी भी उसका इलाज चल रहा है.
डीएम ने दिए थे जांच के आदेश
जिला पदाधिकारी तुषार सिंगला ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है. जो एनजीओ की कारगुजारी की जांच कर तीन दिनों में अपनी रिपोर्ट देगी. क्या कहा एनजीओ संचालकएनजीओ संचालक विकास कुमार पांडे से जब साफ-सफाई को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी वो नए आए है. उन्होंने कहा कि साफ-सफाई की व्यवस्था सही है जबकि तस्वीर झूठ नहीं बोलती. दो तीन दिनों में व्यवस्था में पूरी तरह सुधार लाने का उन्होंने आश्वासन दिया.
चावल को किया जाता होलर
कीड़ा लगा चावल हो या कोई दूसरा चावल, उसको किचन परिसर में बने अलग रूम में होलर में डालकर साफ कर दिया जाता है और उसी से खिचड़ी या चावल बनाकर स्कूल में सप्लाई की जाती है. कीड़ा लगा चावल होलर मशीन में कितना साफ होता होगा यह सहज अनुमान लगाया जा सकता है.विवादों में रही है यह संस्था
जन चेतना जागृति शैक्षणिक मंच किशनगंज हमेशा विवादों में रहा है. इस मिड डे मिल सप्लाई करने वाले एनजीओ पर लगातार खाना खराब सप्लाई करने के आरोप लगते रहे है. संस्था का विवादों और चोली दामन का साथ रहा है. कुछ दिनों पहले कमला नेहरू बालिका विद्यालय और जगन्नाथ मध्य विद्यालय में खराब खाना सप्लाई करने को लेकर हंगामा मचा था और उस समय सैंपल लिया गया था. कार्रवाई की बात भी हुई थी, लेकिन हुआ कुछ नहीं. फिर एक बार एनजीओ की इतनी बड़ी लापरवाही सामने आयी है. अब देखना दिलचस्प होगा कि कार्रवाई क्या होती है ?डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है