पानागढ़. पश्चिम बर्दवान के पानागढ़ बाजार के उत्तर में नवनिर्मित हाइड्रेन के स्लैब को स्थानीय व्यापारियों ने अपनी सुविधा के लिए मिट्टी से पाट दिया था, जिससे बरसात में यहां जलजमाव हो रहा था. पंचायत की पहल पर जेसीबी लगा कर हाइड्रेन के स्लैब पर जमा मिट्टी को खोद कर हटा दिया गया. शनिवार को हाइड्रेन के स्लैब से मिट्टी खोद कर हटाने का काम शुरू है. बरसात में निकासी की दुरुस्ती के लिए कांकसा ग्राम पंचायत ने यह कदम उठाया है. इससे स्थानीय व्यापारियों में खलबली है. मौके पर स्थानीय ग्राम पंचायत के उप-प्रधान उज्ज्वल मलिक और तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता संदीप सिंह महल, पार्टी हिंदी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कुलदीप सिंह उर्फ किप्पा और कांकसा पुलिस के अधिकारी मौजूद थे. संदीप सिंह महल ने कहा कि चारों ओर लोग मॉनसूनी बारिश के समय निकासी फेल होने का रोना रो रहे हैं. वहीं, पानागढ़ बाजार में इतना बड़ा हाइड्रेन बनवाया गया है, जो मिट्टी से पाट दिया गया है. हाइड्रेन के स्लैब पर इलाके से अतिरिक्त पानी को निकालने के लिए होल या छेद है. स्लैब मिट्टी से ढका रहेगा, तो जाहिर है बरसात में पानी लगेगा. कुछ स्थानीय दुकानदारों ने निहित स्वार्थ से अपनी दुकानों और गैरेज के पास हाइड्रेन के स्लैब को मिट्टी से पाट दिया है. इससे बरसात का पानी ड्रेन में कैसे जायेगा. शनिवार को जेसीबी मशीन लगा कर ड्रेन के स्लैब पर जमा मिट्टी को हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया. ड्रेन के स्लैब को आइंदा किसी भी तरह से नहीं ढकने की चेतावनी दी गयी है. यदि फिर भी कोई हाइड्रेन के स्लैब को मिट्टी से पाटता है, तो उसके खिलाफ पुलिस व पंचायत कार्रवाई करेगी. पंचायत के इस अभियान से स्थानीय लोगों में संतोष है. हालांकि कई दुकानदारों व मकान मालिकों ने आनन-फाननट में उठाये गये इस कदम पर ऐतराज जताया. उन्हें कुछ मोहलत चाहिए थी, जिसमें वे लोग हाइड्रेन के स्लैब पर जमा मिट्टी को हटवाते. लेकिन इसे लेकर पंचायत व अन्य सरकारी अधिकारियों का रुख सख्त है.
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