प्रखंड क्षेत्र में पिछले 20 घंटे से हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. कोयल व पंडी नदी उफान पर है. सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल पर पंडी नदी पूरे उफान पर है. नदी में बने पुल को छूते हुए बाढ़ का पानी बह रहा है. साथ ही भगवती मंदिर के गर्भ गृह में भी चार फीट पानी भरा हुआ है. पंडी नदी में आयी बाढ़ का पानी हेंठार क्षेत्र के खेतों में भी फैल गया है. इससे खेतों में लगे मक्का की फसल डूब गयी. नदी का पानी दोनों किनारों तक भर गया है. खरौंधी पंचायत के जयनगरा गांव के खेतों में लगी हल्दी की फसल भी बाढ़ में डूब गयी है. पीड़ितों ने बताया कि नीलगाय व सुअर द्वारा फसल बर्बाद किये जाने के कारण अब वे हल्दी की खेती करते हैं. लेकिन बारिश से वह भी डूब गया है. किसान दिलीप मेहता, संजय मेहता, रंजन मेहता, बिगन मेहता, सुमंत मेहता, गुप्तेश्वर मेहता व जय कुमार ने बताया कि उन्होंने एक-एक एकड़ खेत में हल्दी की फसल लगायी है. लेकिन कोयल नदी में आयी बाढ़ में पूरी फसल डूब कर बर्बाद हो गयी. इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. इधर सोन नदी में भी बाढ़ की स्थिति नहीं है.
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