Sawan Amavasya 2024: आज सावन मास की अमावस्या तिथि है. इस अमावस्या को हरियाली अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. इस विशेष पूजन के लिए कुछ सात्विक सामग्री की आवश्यकता होती है, जिनमें प्रमुख रूप से काले तिल, जौं, चावल, शुद्ध देसी घी, चंदन पाउडर, गूगल, गुड़, और देशी कपूर या गौ चंदन शामिल हैं. इन सभी सामग्रियों को एक विशेष अनुपात में मिलाकर एक शुद्ध मिश्रण तैयार करना होता है.
पूजन की विधि में घर के सभी सदस्यों का एकत्रित होना आवश्यक है. एक हवन कुंड तैयार किया जाता है, जिसमें इस मिश्रण की आहुति दी जाती है. इस दौरान, कुछ विशेष मंत्रों का उच्चारण किया जाता है. इन मंत्रों में ‘ॐ कुल देवताभ्यो नमः’, ‘ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः’, ‘ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः’, ‘ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः’, और ‘ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः’ शामिल हैं.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस पूजन के नियमित आयोजन से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह सुनिश्चित होता है. परिवार के सदस्यों के बीच आपसी प्रेम, सहयोग, और समझदारी बढ़ती है. आर्थिक स्थिति में सुधार के साथ-साथ, जीवन में समृद्धि और खुशहाली का आगमन होता है.
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इस अमावस्या के शुभ अवसर पर इस सरल पूजन को करके आप भी अपने परिवार के लिए सुख, समृद्धि, और आध्यात्मिक उन्नति की कामना कर सकते हैं. याद रखें, धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ ईश्वर पर विश्वास और निष्ठा भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
इसके अलावा, इस विशेष दिन पर दान-पुण्य करना भी शुभ माना जाता है. जरूरतमंद लोगों की सहायता करना, भोजन का दान करना, या पशु-पक्षियों को दाना डालना आपके कर्मफल में वृद्धि कर सकता है.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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