बिस्फी. फाइलेरिया की रोकथाम को लेकर 10 अगस्त से शुरू होने वाले अभियान को सफल बनाने, फाइलेरिया से बचाव के लिए संबंधित दावा खाने की विधि, जन जागरूकता अभियान चलाने सहित कई मुद्दों को लेकर बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता प्रभारी डॉ अब्दुल बासित ने किया. कहा कि आगामी 10 अगस्त से फाइलेरिया की रोकथाम को लेकर अभियान शुरू की जाएगी. अभियान के दौरान सभी एएनएम, आशा कार्यकर्ता, ममता, सेविका सहायिका, सभी स्वास्थ्य कर्मियों को तन मन से अभियान को सफल बनाने की अपील की. वहीं इस अभियान के दौरान सभी जनप्रतिनिधियों को इसमें सहयोग करने को कहा. कहा कि यह स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष अभियान है. इस दौरान दवा 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को एक गोली, 6 से 14 वर्ष के बच्चों को दो गोली एवं 15 वर्ष के सभी लोगों को तीन गोली देनी है. वही एल्बेंडाजोल की एक गोली दो वर्ष से ऊपर के सभी को देनी है. सभी दवा खिलौने की तकनीक बताए गए. किसी भी हाल में खाली पेट कोई भी दवा नहीं खानी है. इसके अलावा दो वर्ष से कम उम्र, गर्भवती महिला, जिस मां ने बच्चों को जन्म दिया है और उसका एक सप्ताह भी नहीं हुआ है वैसी महिलाएं, गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को दवा की खुराक नहीं देनी है. 10 अगस्त से प्रथम तीन कार्य दिवस पर विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य उपकेंद्र सहित अन्य वैसे स्थान जहां लोगों की भी जुड़ती है. वहां कैंप लगाकर दवा खिलाई जाएगी. 14 दिन डोर टू डोर जाकर संबंधित उम्र के लोगों को संबंधित दवा खिलानी है. सभी जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, बुद्धिजीवियों से इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करने की अपील की. मौके पर नोडल पदाधिकारी सुनील कुमार चौधरी, हेल्थ मैनेजर अजीत कुमार झा, कई स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे.
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