रानीगंज.
इसीएल के कुनुस्तोड़िया एरिया अंतर्गत बांसड़ा कोलियरी क्षेत्र के सुंडीपाड़ा इलाके में एक घर के आंगन में धंसान से दहशत फैल गयी. हालांकि पिछले दो दिनों से थोड़ा-थोड़ा धंसान हुआ था. लेकिन रविवार को घर में लगभग 10 फीट बाई छह फीट के क्षेत्र में 25 फीट की गहराई तक धंसान की घटना हुई. गौरतलब है कि इलाके के खदान मजदूर सिद्दीक मियां करीब 50 साल से यहां रहते थे. अब उनके बेटे इस्माइल मियां अपने परिवार के साथ आवास योजना के पैसे से पट्टे की जमीन पर बने इस मकान में रहते हैं. इसीएल की बांसड़ा कोयला खदान इस क्षेत्र के पास स्थित है. परिवार के सभी सदस्यों और पंचायत मुखिया संजय हेमब्रम का कहना है कि भूमिगत खदान में कोयला काटने के बाद खदान के निचले हिस्से में सैंड पैकिंग नहीं होने के कारण धंसान की यह घटना हुई है. स्थानीय लोगों का दावा है कि इसीएल प्रबंधन खदान के नीचे से कोयला काटने के बाद खदान को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक उपाय अपनाने में विफल रहा है.जिसके कारण क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में बार-बार भूस्खलन हो रहा है. वहीं धंसान की घटना देख आसपास के क्षेत्र के लोग दहशत में आ गये हैं. इलाके के निवासी और स्थानीय नेताओं का कहना है कि इस हिस्से में बार-बार ऐसी घटना क्यों हो रही है. इसे लेकर इसीएल से उन्होंने जवाब मांगा है. साथ ही प्रभावित परिवार के सदस्यों को दूसरे स्थान पर ले जाकर उनके आवास के लिए उपाय करने की मांग की है. फिलहाल पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं और पीड़ित परिवार को इसीएल के एक क्वार्टर में रखा गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ समय पूर्व तक आसपास के इलाके में अवैध कोयला खनन होता था. जिसके कारण धंसान की घटना हुई है. फिलहाल इलाके पर विशेष निगरानी की जा रही है. साथ ही इस स्थान को बांस से घेर दिया गया है.
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