प्रतिनिधि, बांका: आदिवासी समाज को पशुपालन के क्षेत्र में समृद्ध करने की दिशा में सरकार की ओर से बड़ी पहल शुरु की गयी है. आदिवासी किसानों को राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण केंद्र में पशुपालन के गुर सिखाये जायेंगे, ताकि वह बेहतर प्रबंधन के साथ इस व्यवसाय में सफल हो सके. इस कड़ी में गव्य विकास निदेशालय (पशु एवं मत्स्य संसाधन) के अधीन गव्य विकास बांका की ओर से 60 अनुसूचित जनजाति श्रेणी के पुरुष पशुपालकों को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी स्थित नेशनल डेयरी डेवलेपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) में प्रशिक्षण की व्यवस्था सरकारी स्तर से करायी गयी है. विभागीय जानकारी के मुताबिक, जिले के ग्रामीण क्षेत्र अंतर्गत अनुसूचित जनजाति श्रेणी के 60 पुरुष पशुपालकों को आगामी 19 अगस्त से नेशनल डेयरी डेवलेपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) सिलीगुड़ी निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जायेगा. यह पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण होगा. 18 अगस्त को सभी चयनित प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए जिले से रवाना कर दिया जायेगा.
ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था
प्रशिक्षण के लिए इच्छुक आवेदक विभागीय वेबसाइट डेयरी.बिहार.जीओवी.इन पर पंजीयकरण कर आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के लिए आधार कार्ड, मोबाईल नंबर व जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी. प्रशिक्षण का लाभ वैसे आवेदकों को मिलेगा, जिनकी उम्र 50 वर्ष से कम है. वहीं इस संबंध में आवश्यक जानकारी के लिए जिला मुख्यालय अवस्थित कृषि भवन परिसर में मौजूद जिला गव्य विकास कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है.प्रशिक्षण के बाद सरकारी योजना में मिलेगा लाभ
इस योजना का लाभ पहले आओ, पहले पाओ को तर्ज पर दिया जायेगा. यानी जो पहले आवेदन करेंगे, उन्हें आवश्यक सत्यापन के बाद सूची में पहले जगह दी जायेगी. प्रशिक्षण के उपरांत प्रशिक्षाणार्थियों को प्रमाण पत्र दिया जायेगा. उन्हें पशुपालन से संबंधित हर विषय की आवश्यक जानकारी दी जायेगी ताकि वह बेहतर कौशल से व्यवसाय कर सके. साथ ही प्रशिक्षणार्थियों को सरकार के विभिन्न योजनाओं में प्राथमिकता दी जायेगी. यानी गो-पालन आदि में उन्हें प्राथमिकता के साथ योजना का लाभ प्रदान किया जायेगा.कहते हैं अधिकारी
बेहतर ढंग से पशुपालन करने के उद्देश्य से अनुसूचित जनजाति श्रेणी के 60 पुरुष पालकों को पशुपालन प्रशिक्षण के लिए सिलीगुड़ी स्थित एनडीडीबी भेजा जायेगा. यह प्रशिक्षण अति महत्वपूर्ण है. अनुसूचित जनजाति श्रेणी से आने वाले इच्छुक आवेदक विभागीय वेबसाइट पर प्रशिक्षण के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इस प्रशिक्षण का लाभ पहले आओ-पहले पाओ के तर्ज पर दिया जायेगा.राजेश कुमार, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, बांकाB
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