प्रतिनिधि, पेटरवार/कसमार.
कसमार प्रखंड अंतर्गत बरईकला पंचायत में पथ सुदृढ़ी करण के तहत पक्की पथ बनाया जा रहा है, लेकिन निर्माण के महज दो सप्ताह के अंदर ही पथ में बड़ी दरार पड़ गयी है. ग्रामीणों ने पथ निर्माण कार्य में भारी अनियमितता बरतने का आरोप संबंधित इंजीनियर व संवेदक पर लगाया है. ग्रामीण बताते हैं कि यह पथ का निर्माण स्टीमेट को ताक पर रख कर जैसे-तैसे किया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि पथ सुदृढ़ी करण का सारा काम मुंशी के भरोसे किया जाता है. इंजीनियर को कार्यस्थल पर कार्य की गुणवत्ता देखने की बातें जब ग्रामीणों द्वारा कही जाती थी तो जूनियर इंजीनियर कहा करते थे कि कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ मुंशी द्वारा कराया जा रहा है. वे यह भी कहते थे कि एक ही काम नहीं है, जो उसी को देखते रहेंगे. संवेदक तो आते ही नहीं हैं. पथ के बनाये गये इस हिस्से में फरवरी माह में निर्माण कार्य किया गया था. जबकि कुछ भाग का अंतिम जुलाई माह में पक्कीकरण किया गया है. अभी भी आगे पक्कीकरण का काम बाकी है. धीरे-धीरे काम होने से ग्रामीणों को इस पथ पर आवागमन में काफी परेशानी उठानी पड़ी. घटिया निर्माण से पक्की सड़क पर दरार आने से दुर्घटना की आशंका बनी हुई है. जबकि इस पथ पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में दोपहिया व चार पहिया वाहन सहित ग्रामीण पैदल आवागमन करते हैं. आसपास के दर्जनों गांवों के लोग मुख्य बाजार पेटरवार इसी पथ से पहुंचते हैं. ज्ञात हो कि बरईखुर्द गांव के मोरटंगवा टोला से ले कर भाया दोगोटिया चौक-बरईकला होते हुए आदिवासी गांव करकट्टा कला तक का पथ सुदृढ़ीकरण एक संवेदक द्वारा कराया जा रहा है. यह पथ करकट्टा कला गांव का एक मात्र संपर्क पथ है. इस पथ के घटिया निर्माण से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. ग्रामीणों ने इसकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई करते हुए गुणवत्ता युक्त पथ निर्माण की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है