रक्सौल. छह साल की फातिमा का भाई एक माह से लापता है. घर-परिवार के लोग उसकी तलाश कर रहे हैं. फातिमा की मां और पिता अपने बेटे को खोज रहे हैं. उसकी छह साल की बहन फातिमा भी उसे खोजने निकल गयी. बहन के दिल में भाई के लिए किस तरह का अपनापन होता है, इससे समझा जा सकता है. बैरगनिया पहुंचने पर जीआरपी को अकेले छोटी बच्ची को देखकर संदेह हुआ. इसके बाद उसे ट्रेन से उतार लिया गया. जीआरपी बैरगनिया की टीम ने रक्सौल जीआरपी से संपर्क किया. बच्ची अपने घर का सही पता नहीं बता रही थी. रेल थानाध्यक्ष पवन कुमार ने स्वच्छ रक्सौल संगठन के सहयोग से बच्ची द्वारा जो हल्की जानकारी दी जा रही थी, उसके आधार पर उसके पिता की तलाश की गयी. फातिमा को सकुशल घर पहुंचाया गया. इस पूरे अभियान में जीआरपी बैरगनिया, जीआरपी रक्सौल, स्वच्छ रक्सौल संगठन के अध्यक्ष रंजीत सिंह की भूमिका सराहनीय रही.
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