Diarrhea Outbreak: प्रखंड क्षेत्र के जीतझिंगोई गांव में एक बार फिर से डायरिया का कहर देखने को मिला है. इस बार दो दर्जन के करीब लोग डायरिया की चपेट में आ गये हैं. पीड़ितों को उल्टी व दस्त की शिकायत के बाद अलग-अलग जगहों पर भर्ती कराया गया है. गौरतलब है कि गांव में करीब दो सप्ताह पहले भी डायरिया का प्रकोप सामने आया था. इसमें चार लोगों की मौत हो गयी थी और एक दर्जन के करीब लोग आक्रांत हो गये थे. इसके बाद स्थिति नियंत्रण में आयी थी. पिछले 24 घंटे से यहां डायरिया के दो दर्जन से अधिक मरीज चिन्हित हुए हैं. इसमें आधा दर्जन लोगों की स्थिति काफी गंभीर बतायी जा रही है. जानकारी के अनुसार गांव निवासी कई लोगों को रविवार से ही उल्टी और दस्त की शिकायत हुई. इसके बाद ग्रामीण चिकित्सक से लोगों का इलाज शुरू कराया गया. इस दौरान देखते-देखते लोगों की स्थिति बिगड़ने लगी तथा उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां से कई लोगों को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है.
Diarrhea Outbreak:इनको किया गया है भर्ती
दिलखुश कुमार (10), पिता कृष मांझी, रिशु कुमार (3), पिता गोविंदा मांझीऋतिक कुमार (6), पिता अनिल मांझीतनुजा कुमारी (1), पिता फुटानी मांझीमो तामीर रजा (7) पिता परवेज आलममो तबरेज आलम (4), पिता परवेज आलमखुशी कुमारी (2.5), पिता रामदेव रविदासआदित्य कुमार (14), पिता सुबोध रविदासपीयूष कुमार (11), पिता सुबोध रविदासरूणा देवी (55), पति बाबूलाल दासमाटो अंसारी की पत्नीइसके अलावा भी कई लोग डायरिया से आक्रांत है जिन्हें अलग-अलग जगहों पर भर्ती कराया गया है
Diarrhea Outbreak:लगातार बिगड़ती जा रही लोगों की तबीयत
बताते चलें की जीतझिंगोई गांव में एक-एक कर लोगों की तबीयत बिगड़ती जा रही है. रविवार को आधा दर्जन के करीब लोगों में डायरिया के लक्षण मिलने के बाद उन्हें अलग-अलग निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके बाद पुनः आधा दर्जन के करीब लोगों में डायरिया के लक्षण दिखे. देर रात उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खैरा में भर्ती कराया गया. जहां से दो लोगों को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. जबकि बाकी बचे लोगों को इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया. सोमवार दोपहर बाद भी आधा दर्जन से अधिक लोगों में डायरिया के लक्षण सामने आने के बाद उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. बीमार ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. इनमें से कई बच्चों की स्थिति काफी खराब होने के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए जमुई भिजवा दिया गया है.
Diarrhea Outbreak:मेडिकल टीम ने गांव पहुंच किया लोगों का इलाज
जीतझिंगोई गांव में डायरिया फैलने के बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना सिविल सर्जन डॉ कुमार महेंद्र प्रताप को दी. इसके बाद मौके पर पहुंची मेडिकल टीम ने गांव में लोगों का इलाज किया. चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नवल किशोर ने गांव जाकर लोगों का हाल-चाल लिया तथा उन्हें उचित दवा दी. इस दौरान जिन लोगों की स्थिति ज्यादा खराब थी उन्हें इलाज के लिए खैरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया और वहां उनका इलाज किया जा रहा है. गौरतलब है कि इस गांव में करीब 15 दिन पहले भी डायरिया से चार लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि एक दर्जन के करीब लोग आक्रांत हो गये थे.
Diarrhea Outbreak:एक ही पाइप का पानी पीते हैं सभी परिवार के लोग
इस पूरे मामले में एक चौंकाने वाली बात यह सामने आयी है, जिन भी परिवारों में अब तक डायरिया के लक्षण दिखे हैं, उन परिवारों के लोग गांव में लगी टंकी के पानी को ही इस्तेमाल में लाते हैं. बताते चलें कि इस गांव के कई वार्ड में साफ-सफाई की भी समुचित व्यवस्था नहीं है तथा वार्ड में जगह-जगह पर कचरा पसरा हुआ है और उसी के बीच से योजना का पानी लोगों के घरों तक पहुंचाया जाता है. इस पानी को पीकर लोग बीमार पड़ रहे हैं. फिलहाल डायरिया के प्रकोप के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है.
Diarrhea Outbreak:बोले सीएस
सिविल सर्जन डॉक्टर कुमार महेंद्र प्रताप ने कहा कि मामले की जानकारी स्थानीय चिकित्सा पदाधिकारी को दी गयी है तथा मौके पर मेडिकल टीम पहुंचकर छानबीन कर रही है. उन्होंने कहा कि गांव में मेडिकल कैंप लगाया जा रहा है.