मेदनीचौकी. प्रखंड अंतर्गत टाल क्षेत्र के हजारों एकड़ रकवों की सिंचाई करने के लिए स्थापित किये गंगा पंप नहर योजना को दिखावे के लिए चलते देख पोषक क्षेत्र के किसान असमंजस में हैं. किरणपुर पंचायत के पूर्व मुखिया सह किसान अनंत कुमार आनंद, पूर्व पैक्स अध्यक्ष जयप्रकाश उर्फ जेपी, विजय महतो, बाटेश्वर महतो, प्रभात कुमार, संजीव कुमार आदि ने बताया कि एक दिन हैवतगंज में जीर्णशीर्ण पड़े गंगा पंप नहर को विभागीय जिम्मेदारों के द्वारा चलाते देखा गया. नहर के चलते ही बच्चे नहर के पानी में नहाते देखे गये. बताया गया कि नहर तो विभागीय जिम्मेदार चला दिये लेकिन नहर जर्जर है, शायद इसकी जांच नहीं की गयी. 2019 से 2022 तक 14 करोड़ में रिपेयर हुआ था. पहाड़पुर गांव के सामने नहर जर्जर है. नहर के पानी के दबाव से दीवार टूट गयी है. जहां से नहर का पानी उक्त दरार से बह रहा था. लोग कह रहे थे कि सरकार का सिंचाई को लेकर जब दबाव बढ़ता है तो दिखावे के लिए नहर को चला कर मोबाइल से फोटो खींचकर ऊपर भेज दिया जाता है. पिछले साल भी यही हुआ था और इस बार भी विभागीय जिम्मेदार ऐसा कर रहे हैं. रिपेयर कार्य में एक मुश्त मोटी रकम बर्वाद की गयी. नहर ट्रायल लेकर ही बंद हो गया. किसानों को नहर से सिंचाई का आस लगा ही रहा.
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