मधुबनी: जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक आयोजित हुई. उन्होंने जिले में रोपनी की स्थिति,नहरों से सिंचाई, नलकूप, उर्वरक की उपलब्धता आदि का समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये. समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि अभी तक जिले में लक्ष्य का 88% रोपनी हुई है. जिलाधिकारी ने कहा कि पटवन जरूरी है. इस लिये नहरों के अंतिम छोर तक लगातार पानी पहुंचे. इसका इंतजाम हर हाल में होना चाहिये. उन्होंने नहर प्रमंडल के सभी पदाधिकारी प्रतिदिन क्षेत्र में जाकर नहरों में रही जलापूर्ति पर नजर रखें. कार्यपालक अभियंता नलकूप को बंद पड़े नलकूपों को शीघ्र मरम्मति कर चालू कराने का निर्देश दिया. सिंचाई के लिए सुदूर खेतों तक तेजी के साथ विद्युत संबद्धता प्रदान करना हमारा लक्ष्य है. उन्होंने बैठक में उपस्थित कार्यपालक अभियंता विद्युत को निर्देश दिया कि जिले में जिन इच्छुक किसानों के खेतों में बिजली का खंबा उपलब्ध है, वहां इच्छुक किसानों को जल्द से जल्द विद्युत संबद्धता प्रदान करें. साथ ही साथ ही उन्होंने जले हुए ट्रांसफाॅर्मर को जल्द से जल्द बदलने के निर्देश भी दिए. कृषि फीडर से निर्बाध बिजली प्रतिदिन उपलब्ध करवाने को लेकर विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए. उन्होंने नलकूपों की मरम्मत और नव निर्माण में गति लाने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए. उर्वरक की उपयोगिता के समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है. जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि किसान डीएपी के जगह पर मिक्चर का उपयोग कर सकते हैं. जिलाधिकारी ने उर्वरक की उपलब्धता एवं बिक्री पर सतत निगरानी रखने का निर्देश दिया. किसी भी स्थिति में उर्वरकों की कालाबाजारी की शिकायत नही मिलनी चाहिये. उन्होंने उर्वरक की कालाबाज़ारी पर कड़ी नजर रखने एवं लगातार छापेमारी विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्रों में करने का निर्देश दिया.
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