मेदिनीनगर. रेलवे सुरक्षा बल ने डालटनगंज रेलवे स्टेशन से मानव तस्कर मंसूर अंसारी को गिरफ्तार कर उसके साथ जा रहे 12 नाबालिगों को मुक्त कराकर सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया. इस संबंध में आरपीएफ के निरीक्षक बनारसी यादव ने बताया उपनिरीक्षक वीर प्रताप सिंह, प्रधान आरक्षी मनोज कुमार सिंह, संजीत कुमार, आरक्षी अभिषेक कुमार सिंह, पप्पू लाल मीणा, आरक्षी वरुण कुमार, उदय कुमार के साथ सोमवार की देर शाम डालटनगंज रेलवे स्टेशन परिसर में गश्त कर रहे थे. इस क्रम में उन्होंने स्टेशन के पोर्टिको में नाबालिग बच्चों के एक समूह को देखा. बच्चों के साथ एक व्यक्ति भी था. संदेह होने पर जवानों ने नाबालिगों से पूछताछ शुरू की. पता चला कि तीन नाबालिग चतरा के जबकि अन्य बिहार के गया के रहने वाले हैं. आगे पूछताछ में नाबालिगों ने बताया कि मंसूर अंसारी (38 वर्ष) भी गया का रहने वाला है. वह उन्हें अपने साथ लेकर नोयडा जा रहा है. नोयडा में उन्हें कूलर कंपनी में काम दिलायेगा. जहां उन्हें नौ हजार रुपये महीना व भोजन मिलेगा. नाबालिगों ने बताया कि मंसूर सभी को सलैया बाजार गया से बस से डालटनगंज रेलवे स्टेशन लाया. यहां से टिकट लेने के बाद सभी को नोयडा ले जाता. जब आरपीएफ ने मंसूर अंसारी से कागजात, अधिकार पत्र एवं नाबालिगों के अभिभावकों का सहमति पत्र मांगा, तो वह कुछ भी नहीं दिखा सका. आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि मामला बाल मजदूरी व मानव तस्करी से संबंधित है. सभी नाबालिगों को सोमवार की रात भोजन दिया गया. सुबह निरीक्षक प्रभारी के नेतृत्व में सभी को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग थाना डालटनगंज लाया गया. जहां विधिक कार्यवाही करते हुए थाना के सुपुर्द किया गया.
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