Bokaro News: राज्य के अधिकारी सिंडिकेट बनाकर काम कर रहे हैं. जनता का पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है. सीधा-सीधा घोटाला किया जा रहा है. अब रांची में आयोजित होने वाले आदिवासी महोत्सव में भी घोटाला सामने आया है. झारखंड सरकार कब तक आदिवासियों के नाम पर राज्य को लूटते रहेगी. ये बातें नेता प्रतिपक्ष (झारखंड) अमर कुमार बाउरी ने मंगलवार को बोकारो परिसदन में पत्रकार सम्मेलन में कही.
चार कंपनीयां हुई थी शामिल
बाउरी ने बताया कि ट्राइबल वेलफयर कमिशनर ऑफिस की ओर से रांची में आयोजित होने वाले आदिवासी महोत्सव को लेकर टेंडर निकला. इसमें चार कंपनी शामिल हुई व अपना रेट कोट किया. इनमें एक्सिस कम्युनिकेशन-7.63 करोड़, लालू जी एंड सन-6.50 करोड़, अलिशा परपल -5.50 करोड़. व आर्क कंसेप्ट-4.70 करोड़ शामिल थी. चारों ने तकनीकी रूप से क्वालीफाई करने के बाद प्रजेंटेशन भी दिया.
एल फोर कंपनी को दिया गया काम
बाउरी ने बताया कि टेंडर कमेटी में तीन अधिकारी मौजूद थे. फाइनेंशियल बिड भी खोला गया. चारों कंपनी का बिड खोलने के बाद सबसे कम रेट वाली कंपनी आर्क कंसेप्ट-4.70 करोड़ को डिसक्वालीफाई कर दिया गया. टेंडर एक्सिस कम्युनिकेशन-7.63 करोड़ को दे दिया गया, जिसका रेट सबसे अधिक था. सीवीसी गाइडलाइंस के अनुसार टेंडर एन वन को मिलना चाहिए था, लेकिन एल फोर को टेंडर मिला.
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आदिवासी महोत्सव का टेंडर घोटाला का ताजा उदाहरण
उन्होंने आगे कहा कि आदिवासी महोत्सव का टेंडर घोटाला का ताजा उदाहरण है. राज्य में इस तरह का घोटाला कई स्तर पर जारी है. सरकार आदिवासियों के नाम पर राज्य को लूट रही है. राज्य के आदिवासी सरकार की मंशा को समझ चुके है, आनेवाले चुनाव मे इसका जवाब देंगे. पत्रकार सम्मेलन में मुख्य रूप से भाजपा जिलाध्यक्ष जयदेव राय, वीरभद्र प्रसाद सिंह, विनय आनंद, राकेश मधु आदि उपस्थित थे.