आसनसोल. भारतीय रेलवे ने उन्नत समपार फाटक प्रणाली लागू की है जिसमें फाटक बंद करने व खोलने के लिए स्वचालित तंत्र है. यह आधुनिक प्रणाली रेलवे क्रॉसिंग पर गेट संचालन को नियंत्रित करने के लिए सेंसर व स्वचालित अवरोधों का उपयोग करती है, जिससे मानवीय हस्तक्षेप की जरूरत घट जाती है. जैसे ही कोई ट्रेन आती है, सेंसर उसकी उपस्थिति का पता लगा लेते हैं और स्वचालित रूप से फाटक को बंद कर देते हैं. इससे वाहन व पैदल यात्री ट्रैक पार करने से बच जाते हैं. यह स्वचालन सुनिश्चित करता है कि क्रॉसिंग समय पर और विश्वसनीय तरीके से सुरक्षित हो, जिससे सभी की संरक्षा बढ़े. ट्रेन के गुजरने के बाद उक्त प्रणाली स्वचालित रूप से फाटक को फिर से खोल देती है, जिससे सामान्य ट्रैफिक आवाजाही फिर से शुरू हो जाती है. यह तकनीक न सिर्फ क्रॉसिंग पर हादसों का जोखिम घटाती है, बल्कि प्रतीक्षा समय को कम करके और वाहनों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करके ट्रैफिक प्रबंधन में भी सुधार लाती है. स्वचालित लेवल क्रॉसिंग फाटक का कार्यान्वयन रेलवे के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें रेल यात्रियों व सड़क पर चलनेवाले की संरक्षा व सुविधा को प्राथमिकता दी गयी है.
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