Paris Olympics 2024 में भारत के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने अपनी जगह पक्की कर ली है. मुकाबले में उन्होंने पहले प्रयास में 89.34 का थ्रो फेंका. इसके साथ ही उन्होंने फाइनल में अपनी जगह बना ली है. नीरज का यह इस सीजन का बेस्ट थ्रो है. नीरज ने टोक्यो ओलंपिक में थ्रो 87.58 दूरी पर फेंका था. आपकी जानकारी के लिए बता दें, नीरज के बाद पाकिस्तान के अरशद नदीम ने भी फाइनल में जगह पक्की कर ली है. उन्होंने अपने पहले प्रयास में 86.59 थ्रो किया है. वहीं भारत के युवा भाला फेंक खिलाड़ी किशोर कुमार जेना फाइनल में प्रवेश करने से चूक गए. वहीं फाइनल में प्रवेश करने के बाद नीरज चोपड़ा ने प्रेस से बात करते हुए कहा कि वो स्वर्ण पदक को जीतने के लिए पूरी तरफ से तैयार हैं. अभी उन्हें आराम की जरूरत है. इस लिए वह प्रेस के लोगों से अधिक बात नहीं करेंगे.
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Paris Olympics 2024: मैं पूरी तरह फिट हूं: नीरज चोपड़ा
फाइनल मैच में अपनी जगह पक्की करने के बाद नीरज चोपड़ा ने प्रेस से बात करते हुए कहा, ‘मैं फाइनल के लिए तैयार हूं. मैं अपने पहले प्रयास में सफल रहा. इससे मुझे आत्मविश्वास मिला. मैं पूरी तरह फिट हूं और चोट से अच्छी तरह उबर चुका हूं. इसलिए मैंने इस साल कई टूर्नामेंट नहीं खेले. मैं फिर गोल्ड जीतने के लिए तैयार हूं. मुझे अभी आराम की जरूरत है. ठीक है तो मैं चलता हूं.’
Paris Olympics 2024 LIVE: इतिहास रचने के बेहद करीब नीरज
नीरज पेरिस में इतिहास रचने से महज एक कदम दूर हैं. नीरज अगर गोल्ड हासिल करने में कामयाब हो गए तो ओलंपिक में खिताब बरकरार रखने वाले पांचवें पुरुष जेवलिन थ्रोअर बन जाएंगे. ओलंपिक में यह कारनामा अब तक एरिक लेमिंग (स्वीडन, 1908 और 1912), जोन्नी माइरा (फिनलैंड, 1920 और 1924), जान जेलेंजी (चेक गणराज्य, 1992 और 1996) और आंद्रियास टी (नॉर्वे, 2004 और 2008) ने अंजाम दिया है. नीरज गोल्ड जीतने पर एक और उपलब्ध हासिल कर सकते हैं. वह ओलंपिक व्यक्तिगत वर्ग में दो गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बनेंगे. उन्होंने एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड सहित कई खिताब जीते हैं.
Paris Olympics 2024: टोक्यो ओलंपिक में नीरज ने किया था कमाल
जैसा की हम सभी जानते हैं कि टोक्यो ओलंपिक 2020 की पुरुष भाला फेंक स्पर्धा में जिस वक्त नीरज चोपड़ा ने अपना आखिरी थ्रो फेंका, ठीक उसी पल से उन्होंने इतिहास के पन्नों में अपनी कामयाबी को दर्ज कराने के लिए एक और जगह पक्की कर ली. 87.58 मीटर के अपने दूसरे थ्रो के साथ उन्होंने टोक्यो ओलंपिक खेल में स्वर्ण पदक जीता और इसी के साथ नीरज चोपड़ा ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक एंड फील्ड एथलीट बन गए. टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के स्वर्ण पदक ने भारतीय एथलेटिक्स के लिए एक नए युग की शुरुआत की है. बीजिंग 2008 में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा की 10 मीटर एयर राइफल जीत के बाद यह ओलंपिक में भारत का दूसरा ओलंपिक स्वर्ण पदक था.