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Menopause stages: मेनोपॉज के विभिन्न चरण

मेनोपॉज महिलाओं में एक प्राकृतिक प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया के दौरान महिलाओं में काफी बदलाव आते हैं. इन्हें विभिन्न चरणों में विभाजित किया गया है. चलिए देखते हैं...

Menopause stages: मेनोपॉज एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो हर महिला के जीवन में आती है. यह एक जटिल प्रक्रिया है, जिसमें कई शारीरिक और मानसिक बदलाव होते हैं. इसे समझने के लिए हमें इसके विभिन्न चरणों को जानना आवश्यक है. आइए, मेनोपॉज  के तीन मुख्य चरणों – पेरिमेनोपॉज, मेनोपॉज और पोस्टमेनोपॉज – के बारे में विस्तार से जानें.

तीन मुख्य चरण

पेरिमेनोपॉज (पूर्व रजोनिवृत्ति)

पेरिमेनोपॉज वह चरण है, जब महिला का शरीर मेनोपॉज की ओर बढ़ना शुरू करता है. यह चरण आमतौर पर 40 की उम्र के आसपास शुरू होता है, लेकिन कुछ मामलों में यह जल्दी या देर से भी शुरू हो सकता है. इस चरण में ओवेरियों द्वारा एस्ट्रोजेन हार्मोन का उत्पादन घटने लगता है, जिससे मासिक धर्म में अनियमितता आनी शुरू हो जाती है.

लक्षण

1. मासिक धर्म की अनियमितता

2. गर्मी लगना (हॉट फ्लैशेस)

3. रात में पसीना आना

4. मूड स्विंग्स

5. थकान

6. नींद में समस्या

मेनोपॉज (रजोनिवृत्ति)

मेनोपॉज वह चरण है, जब महिला का मासिक धर्म पूरी तरह से बंद हो जाता है. यह तब माना जाता है, जब लगातार 12 महीनों तक मासिक धर्म नहीं आता. आमतौर पर यह 45 से 55 साल की उम्र के बीच होता है. इस समय शरीर में हार्मोनल बदलाव तेजी से होते हैं, जिससे कई शारीरिक और मानसिक लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं.

लक्षण

1. मासिक धर्म का बंद हो जाना

2. हॉट फ्लैशेस

3. रात में पसीना

4. योनि में सूखापन

5. मूड में बदलाव

6. वजन बढ़ना

7. बालों का झड़ना

पोस्टमेनोपॉज (पश्चात रजोनिवृत्ति)

पोस्टमेनोपॉज वह चरण है, जो मेनोपॉज के बाद के वर्षों को संदर्भित करता है. इस चरण में महिला का शरीर मेनोपॉज के लक्षणों से धीरे-धीरे एडजस्ट हो जाता है, लेकिन कुछ लक्षण जैसे हॉट फ्लैशेस और रात में पसीना, कुछ समय तक बने रह सकते हैं. इस समय हार्मोनल संतुलन के कारण कुछ नई स्वास्थ्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं.

लक्षण

1. हड्डियों का कमजोर होना (ऑस्टियोपोरोसिस)

2. हृदय रोगों का खतरा

3. वजन बढ़ना

4. मूड स्विंग्स

5. थकान

मेनोपॉज एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो हर महिला के जीवन का हिस्सा है. इसे समझना और इसके लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण है, ताकि समय पर उचित कदम उठाए जा सकें. सही जानकारी और उचित देखभाल से इस चरण को स्वस्थ और खुशहाल तरीके से पार किया जा सकता है. अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें और किसी भी असुविधा के लिए चिकित्सक से सलाह अवश्य लें. मेनोपॉज को जीवन का एक नया अध्याय मानें और इसे सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ अपनाएं.

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