लक्ष्मी नर्सिंग होम के संचालक को 7.65 एमएम पिस्टल से मारी गयी तीन गोली
पहले भी अपराधियों ने चलायी थी गोली, जिसमें बाल-बाल बचे थे परशुराम
प्रतिनिधि, हजारीबाग
विष्णुगढ़ स्थित लक्ष्मी नर्सिंग होम के संचालक परशुराम प्रसाद की हत्या का मामला मुफस्सिल थाना में दर्ज किया गया. मृतक की पत्नी प्रीति कुमारी ने प्राथमिकी दर्ज करायी. चार लोगों पर हत्या का संदेह जताया है. कहा है कि कुछ लोगों के साथ पैतृक गांव में जमीन विवाद, रुपये का लेनदेन और आपसी रंजीश को लेकर हत्या की गयी. लाखे कब्रिस्तान के समीप छह अगस्त की शाम साढ़े सात बजे अपराधियों ने परशुराम प्रसाद की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मामले की जांच के लिए एसपी अरविंद कुमार सिंह ने एसआइटी टीम गठित की है. इसका नेतृत्व सदर एसडीपीओ कुमार शिवाशीष करेंगे. इसमें विष्णुगढ़ थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर रामनारायण सिंह, मुफस्सिल थाना प्रभारी कुणाल किशोर समेत पांच पुलिस पदाधिकारी शामिल हैं. एसपी ने जांच टीम से एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी है.अपराधियों ने तीन गोली मारी :
नर्सिंग होम संचालक बाइक से किराये के मकान न्यू काॅलोनी जा रहे थे. इसी क्रम में अपराधियों ने तीन गोली मारी. घटनास्थल से पुलिस ने तीन खोखा बरामद किया है. मृतक के शरीर से डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम के क्रम में तीन बुलेट निकाली है.लक्ष्मी नर्सिंग होम का संचालक था परशुराम :
परशुराम विष्णुगढ़ में लक्ष्मी नर्सिंग होम चलाता था. दो पार्टनर मिलकर संचालन करते थे. वह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लाखे न्यू काॅलोनी में किराये के मकान में रहते थे. वह चतरा जिला पत्थलगढ़ा थाना क्षेत्र के नूनगांव का रहनेवाला था.दूसरी बार परशुराम को मारी गयी गोली :
परशुराम पर छह अगस्त की देर शाम अपराधियों ने दूसरी बार गोली चलायी है. पहली बार नौ जनवरी 2024 को एनएच 522 हजारीबाग-विष्णुगढ़ पथ पर स्थित भेलवारा घाटी में गोली मारी थी. इस घटना में वह बच गया. इस संबंध में विष्णुगढ़ थाना में प्राथमिकी दर्ज है. घटना को अंजाम देनेवाले अपराधियों को पुलिस आठ माह बाद भी पहचान नहीं कर पायी और दूसरी घटना छह अगस्त को अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है