झाझा. मुंगेर विश्वविद्यालय की अंगीभूत इकाई देवसुंदरी मेमोरियल महाविद्यालय की गोबरोह के पास खाली पड़ी 14 एकड़ जमीन पर भवन बनने की उम्मीद जग गयी है. खाली पड़ी जमीन पर भवन बन जाने से न सिर्फ छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन करने में सुविधा होगी. बल्कि उक्त महाविद्यालय के प्राध्यापक से लेकर अन्य कर्मचारियों को भी रहने में सुविधा होगी. गोबरोह के पास खाली पड़ी 14 एकड़ जमीन पर भवन बनने को लेकर प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत देव सुंदरी महाविद्यालय भवन निर्माण को स्वीकृति मिल गयी है. इस योजना के मिलने से न सिर्फ उक्त जगह का विकास होगा, बल्कि अब डीएसएम कॉलेज को एक नया बड़ा कैंपस भी मिल जाएगा. इसे लेकर बिहार राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद के उपसचिव समन्वय विद्यासागर सिंह ने देव सुंदरी मेमोरियल महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो डॉ शम्शी को पत्र भेजकर जल्द ही महाविद्यालय निर्माण से संबंधित डीपीआर बनाकर भेजने को कहा है. महाविद्यालय परिवार पत्र पाने के साथ ही डीपीआर बनाने में लग गया है. इस डीपीआर को जल्द ही उच्चतर शिक्षा परिषद में भेजा जाएगा और स्वीकृति मिलने के तुरंत बाद बिहार के राज्यपाल द्वारा भूमि पूजन कराये जाने की तैयारी भी है.
भवन निर्माण को लेकर पूर्व मंत्री सह स्थानीय विधायक दामोदर रावत ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था. वहीं नये सिरे से भवन बनाने के लिए व जर्जर भवन की देखरेख के लिए राजभवन के विशेष कार्य पदाधिकारी महावीर प्रसाद शर्मा ने भी मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलपति व कुलसचिव को पत्र भी लिखा था. जर्जर भवन को लेकर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो डॉ अजफर शमशी ने भी जिला स्तरीय पदाधिकारी, विश्वविद्यालय, राज भवन ,सरकार व केंद्र सरकार को भी लिखा था.बीते दिनों सरकार ने भी कॉलेज के जीर्णोद्धार के लिए बैठक बुलाई थी. उसमें प्राचार्य ने खुद शामिल होकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया था. राजभवन द्वारा संज्ञान लिए जाने पर छात्र-छात्राओं में खुशी का माहौल है. प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत स्वीकृत किए जाने पर महाविद्यालय परिवार में खुशी का माहौल है.बोले पूर्व मंत्री सह स्थानीय विधायक
पूर्व मंत्री सह स्थानीय विधायक दामोदर रावत ने कहा कि हमने कई बार गोबरोह के पास खाली पड़ी जमीन का स्थलीय मुआयना किया है. उक्त स्थल पर महाविद्यालय भवन बने, इसके लिए हमने सरकार को लिखा भी था. साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर अवगत भी कराया था .अब जाकर यह सरकार हो गया है .इस क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को सुविधा मिलेगी.बोले प्राचार्य
प्रो डॉ अजफर शम्शी ने कहा कि जब से हमने इस महाविद्यालय में अपना योगदान किया है. तब से लगातार महाविद्यालय विकास को लेकर तत्पर हैं. मैंने जब इस महाविद्यालय में योगदान किया था तो विज्ञान के सभी विषयों में ताला ही नहीं सील लगा हुआ था. मैंने विषयवार सभी विषयों के शिक्षक मंगवाकर कक्षाएं शुरू की. छात्र-छात्राओं को मोटिवेट करते हुए नियमित महाविद्यालय आने के लिए प्रेरित किया. हमने जिला स्तर से लेकर उच्च अधिकारियों तक भवन निर्माण को लेकर पत्राचार किया है. अब इस क्षेत्र के लोगों का सपना साकार हो रहा है. जल्द ही गोबरोह के पास खाली पड़ी जमीन पर महामहिम राज्यपाल द्वारा भूमि पूजन भी कराया जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है