मुजफ्फरपुर. नगर निगम प्रशासन बड़े बकायेदारों को चिह्नित कर सख्ती से राजस्व वसूली कर रहा है.सभी वार्ड तहसीलदार को टारगेट के अनुसार राशि वसूली करने को कहा है. वसूली में शिथिलता बरतने वाले कर्मी पर कार्रवाई की तलवार भी लटक रही है. इसका परिणाम भी बेहतर मिला है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले दो महीने में निगम के खजाने में करीब 7.36 करोड़ राशि आयी है. जिले के प्रभारी मंत्री सह डिप्टी सीएम के समीक्षा बैठक में यह रिपोर्ट पेश किया गया. लेकिन जहां तक नागरिक सुविधा का सवाल है, इसमें निगम अभी पीछे चल रहा है. शहर में चल रहे प्रमुख योजना की बात करें तो नली – गली योजना अंतर्गत वितीय वर्ष 2023 – 2024 में कुल 349 योजनाओं में से कुल 209 योजना को पूरा किया गया. अभी 142 योजना अपूर्ण है. वही हर घर नल का जल योजना की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती है. अब शहर के 49 वार्डो के 69051 घरों में पानी का कनेक्शन दिया गया है. 9701 नवनिर्मित मकान को चिन्हित किया गया है. जिसमें फिलहाल 2575 घरों में पानी की सुविधा है. सबके लिए आवास योजना के कुल निर्धारित लक्ष्य 2478 के विरुद्ध अब 1026 आवास पूरा किया गया है. बाकी आवास को पूरा करने के लिए कार्रवाई चल रही है. —- कछुए की गति से चल रहा स्मार्ट सिटी का काम देश के 100 स्मार्ट शहरों के सूची में शामिल मुजफ्फरपुर में स्मार्ट सिटी का काम कछुए की गति से चल रहा है. निगम प्रशासन के रिपोर्ट के अनुसार अभी 19 योजनाओं में से 12 को पूरा किया गया है. हालांकि इसमें भी अभी पेंच फंसा हुआ है. मेयर निर्मला साहू ने भी डिप्टी सीएम के सामने स्मार्ट सिटी के कामकाज पर सवाल उठाया. कहा कि एक ही सड़क को अलग – अलग एजेंसियों द्वारा बनाया जाता है.अब तक एक भी एसटीपी का काम पूरा नहीं हुआ है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है