संवाददाता, कोलकाता
कोलकाता में इलाज या शिक्षा या अन्य उद्देश्यों से आये कई बांग्लादेशी अपने देश में अचानक सरकार बदलने तथा हिंसा जारी रहने को लेकर चिंतित हैं. अपने देश में विषम हालात के चलते यहां फंस गये ऐसे लोगों की चिंता भारत और बांग्लादेश के बीच ट्रेन सेवाएं निलंबित होने से और बढ़ गयी है और उन्हें नहीं पता कि अब वे क्या करेंगे.
मोहम्मद मुश्ताक (35) ने कहा: मैं अपने पिता के इलाज के लिए यहां आया था और हम पिछले 20 दिन से यहां हैं. हम कोलकाता में फंस गये हैं. मुझे ढाका में अपने परिवार की चिंता है. शहर के एक निजी विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे इमरान अली माणिक ने भी ऐसी ही चिंता जतायी. बांग्लादेशी छात्र ने कहा: पिछले तीन दिन से मेरा, खुलना में अपने परिवार से संपर्क नहीं हो पाया है. मेरा परिवार आवामी लीग का समर्थक है. मुझे नहीं मालूम कि वे सुरक्षित हैं या नहीं. संचार सेवाओं में बाधा के कारण वे यह पता नहीं लगा पा रहे हैं कि उनके प्रियजन सुरक्षित हैं या नहीं. बांग्लादेश में हिंसा के कारण सीमा पार परिवहन सेवाएं निलंबित कर दी गयी हैं.
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