महुआडांड़. राजकीय प्राथमिक विद्यालय केवरकी में अध्ययनरत बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता दिख रहा है. विद्यालय में नामांकित छात्रों की संख्या मात्र सात है. यहां एक मात्र सरकारी शिक्षक मनसाय टोप्पो कार्यरत हैं. स्कूल गांव की घनी आबादी के बीच मौजूद है, फिर भी बच्चे स्कूल नहीं आते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षक की लापरवाही के कारण बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं, क्योंकि शिक्षक ज्यादातर गायब रहते हैं. गुरुवार को राजकीय प्राथमिक विद्यालय केवरकी का ताला खुला हुआ था, लेकिन एक भी बच्चा स्कूल में नहीं था. कीचन भी खुला हुआ था, पर मध्याह्न भोजन नहीं बना था. शिक्षक भी स्कूल से गायब थे. स्कूल के बाहर गांव की कुछ महिलाएं खड़ी थी. महिलाओं ने बताया कि मनमाने ढंग से शिक्षक स्कूल का संचालन करते हैं. स्कूल की समस्या को लेकर कई बार विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा पंचायत के मुखिया से लिखित शिकायत की गयी है. इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी घनश्याम चौबे ने कहा कि मामले कि जानकारी मिली है. जांच के बाद शिक्षक पर कार्रवाई की जायेगी.
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