रहिका. प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित टीपीसी भवन में गुरुवार को प्रखंड प्रमुख जयंती देवी की अध्यक्षता में हुई पंचायत समिति की बैठक हंगामे दार रही. अधिकांश सदस्यों ने अंचल से दाखिल खारिज में वेवजह लीपापोती करने, मनरेगा योजना के तहत काम पूरा करने के बाद भी भुगतान नहीं होने, पंचायत में योजनाओं देने में भेदभाव करने का आरोप लगाया. मकसूदा पंचायत के मुखिया ने अंचल कार्यालय द्वारा दाखिल खारिज के नाम पर लोगों को परेशान करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन व्यवस्था लागू होने के बाद भी लोगों को अनावश्यक परेशान किया जा रहा है. पूर्व प्रमुख उषा देवी ने गांधी स्मृति भवन में रखे उपकरणों के गायब होने का मुद्दा उठाते हुये कहा कि उस भवन में आरटीपीएस के कार्य के आलावे वीसी संचालित हो रहे हैं. इससे पूर्व उस भवन में उपकरण रखा था. वह कहां है की जानकारी मांगी. ककरौल दक्षिणी पंचायत के मुखिया सनाउल्लाह ने मनरेगा योजनाओं में बरती जा रही सुस्ती का मुद्दा उठाया. इसके आलावे दर्जनों सदस्यों ने पंचायत की योजनाओं में एक समान बंटबारा करने की मांग रखी. आवास योजना, जनवितरण विक्रेताओं द्वारा वजन से कम अनाज देने के मुद्दे के साथ ही कृषि, पशुपालन, श्रम संसाधन, सहकारिता, स्वास्थ्य, विभाग से संबंधित योजनाओं पर भी चर्चा हुई. बैठक को संबोधित करते हुये बीडीओ सह कार्यपालक पदाधिकारी निरंजन कुमार ने कहा कि पंचायतों में योजना देने में किसी प्रकार की भेदभाव नहीं किया जाएगा. बैठक में पंचायती राज पदाधिकारी दीपिका झा, सांख्यिकी पदाधिकारी प्रभाष पाठक, उपप्रमुख शबीर अहमद ,पूनम चौरसिया, ललिता देवी, अरुणा देवी, शवानाज, कामिनी देवी, अशोक राम भी उपस्थित थे.
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