सीवान. जिला परिषद सदस्य व प्रखंड प्रमुख का प्रशिक्षण गुरूवार को जिप सभागार में प्रारंभ हुआ. प्रशिक्षण का विधिवत उद्घाटन जिला परिषद अध्यक्ष संगीता देवी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी शैलेश चौधरी समेत अन्य ने संयुक्त रूप से किया. उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डीपीआरओ ने कहा कि त्रि-स्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों के लिए प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया है. आयोजित प्रशिक्षण में डीपीआरसी के प्रशिक्षक रूपेश चंद तिवारी, कुमार कार्तिकेय, शैलेश कुमार, शेख अब्दुल अय्यूब आदि पदाधिकारियों द्वारा पंचायती राज संस्था से संबंधित विभिन्न जानकारी दी गयी. जिला परिषद सदस्यों के प्रशिक्षण के दौरान डीपीआरसी के पदाधिकारियों ने जन प्रतिनिधियों को पंचायती राज अधिनियम एवं योजना निर्माण की विस्तृत जानकारी दी. जहा पंचायती राज अधिनियम 2006 की जानकारी दी गयी. बताया गया कि जिला परिषद की बैठक में कार्यों के निष्पादन के लिए जिला परिषद् के कुल सदस्यों की एक-तिहाई संख्या से गणपूर्ति होगी. जिला परिषद के समक्ष रखे जाने वाले सभी मामलों पर निर्णय बहुमत द्वारा किया जायेगा. मतों के बराबर होने की स्थिति में अध्यक्ष अथवा अध्यक्षता कर रहे सदस्य का मत निर्णायक होगा. बताया कि प्रत्येक बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष द्वारा की जायेगी अथवा यदि वह अनुपस्थित हों तो उसकी अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष द्वारा की जायेगी.. बताया गया जिला परिषद अपनी अधिकारिता के बाहर शिक्षा या स्वास्थ्य राहत पर व्यय उपगत कर सकेगी. जिलावासियों के कल्याणार्थ स्वास्थ्य, सुरक्षा, शिक्षा, सुख-सुविधा, या सामाजिक, आर्थिक अथवा सांस्कृतिक अभिवृद्धि हेतु कोई कार्य या उपायों को कार्यान्वित करने का उपबंध कर सकेगी. मौके पर जिला परिषद सदस्य बेबी देवी, छोटे लाल यादव, उर्मिला देवी, अनीता देवी, वंदना देवी, राम दुलाल वर्मा, हारुनी महतो, प्रमुख आरती देवी, चंदा देवी, हरेंद्र पासवान, अशोक राय, विंध्यवासिनी नारायण सिंह मौजूद थे.
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